ब्राज़ील के रियो ओलंपिक की शुरुआत हो गई है। दुनिया के 200 से अधिक देशों के एथलीटों ने 75 हज़ार दर्शकों के सामने मार्च पास्ट किया।
इस खेल आयोजन में 206 देशों की टीमें और एक शरणार्थी टीम कुल 28 खेलों में अपना दमखम दिखाने के लिए ब्राज़ील में हैं। इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर दुनियाभर के करोड़ों लोगों की निगाहें लगी हैं। हालांकि ओलंपिक से पहले रूसी डोपिंग विवाद, ज़ीका वायरस और शहरों की सुरक्षा, तैयारी और आयोजन स्थल से जुड़े मुद्दे ख़बरों में छाए रहे।
रियो के चार जगहों पर खेलों के आयोजन होंगे। ये चार जगहें हैं डियोडोरू, बारा, कोपाकबाना और मराकान। मराकाना में फ़ुटबॉल का मशहूर स्टेडियम है। मराकाना ज़ीन्यू सबसे छोटा स्टेडियम है। यहां पर वॉलीबॉल खेलों का आयोजन होगा।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी (आईओसी) के मुताबिक इस साल के रियो खेलों में शरणार्थियों की भी एक टीम हिस्सा ले रही है।आईओसी ने 18 साल की युसरा मर्दीनी और रामी अनीस का नाम शरणार्थियों की टीम में शामिल कर लिया है।
शरणार्थियों की टीम में 10 सदस्य हैं। जिसमें पांच दक्षिण सूडान,दो सीरिया,दो डीआर कांगो और एक इथियोपिया से खिलाड़ी शामिल किए गए हैं। यह टीम ओलंपिक के झंडे के तहत हिस्सा लेगी। इस ओलंपिक में 28 प्रकार के खेलों की प्रतियोगिता होगी। रियो ओलंपिक में 112 वर्ष बाद गोल्फ की वापसी हो रही है। कहने को तो यह 31वां ओलंपियाड है लेकिन यह 28 वां ओलंपिक आयोजन है। 1916,1940 और 1944 में विश्व युद्धों के कारण ओलंपिक खेल नहीं हुए थे।
कोसावो और दक्षिण सूडान पहली बार ओलंपिक में शिरकत कर रहे हैं. रियो ओलंपिक में 554 खिलाड़ियों के साथ शामिल हुई अमरीका की टीम, सबसे बड़ी ओलंपिक टीम है तो 100 मीटर के धावक इटिमोनी के साथ शामिल हुऐ देश तुवालू की टीम सबसे छोटी है।
इस ओलंपिक में पहली बार साल 2000 के बाद पैदा हुए खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। नेपाल की 13 वर्षीय तैराक गौरिका सिंह रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी हैं।