पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद अपने पहले इंटरव्यू में अमित शाह ने भाजपा और देश की राजनीति के साथ नरेन्द्र मोदी सरकार की उपलब्धियों पर विस्तार से बात की। पेश हैं प्रदीप सिंह से हुई उनकी बातचीत के प्रमुख अंश।

नोटबंदी के दौरान क्या किसी अवसर पर ऐसा लगा कि शायद दांव उल्टा पड़ गया। इसका राजनीतिक नुकसान हो सकता है।
नहीं, बिल्कुल नहीं। इससे एक सकारात्मक माहौल बना। देखिए क्या है कि कुछ लोग साफ संकेतों को भी नहीं देखते क्योंकि ये ऐसे लोग हैं जो उस पर यकीन नहीं करना चाहते। जो सबको दिख रहा था वह इन राजनीतिक पंडितों को नहीं दिख रहा था। भाजपा आठ नवम्बर के बाद से ऐसी सीटें और ऐसे क्षेत्रों में चुनाव जीत रही थी जहां वह कभी नहीं जीती। ओडिशा जैसे पिछड़े राज्य के पंचायत चुनाव में हमारी जीत बता रही थी कि हवा किस तरफ बह रही है। उत्तर प्रदेश में भी वही हुआ। जहां भी गरीब है वह मोदी सरकार में अपनी भलाई देखता है। हम सकारात्मक राजनीति में विश्वास करते हैं। एक नोटबंदी ही नहीं सारे फैसले लोगों के लिए होने चाहिए। किसी मुद्दे पर फैसला करते समय हमारे सामने एक ही उद्देश्य होता है कि वह देश हित में हो। जो बात राष्ट्रहित में हो उसमें हम राजनीतिक नफा नुकसान नहीं देखते।

भाजपा एक के बाद दूसरा चुनाव जीतती जा रही है। क्या आपको लगता है कि लोगों के वोट देने के तरीके में बदलाव आया है।
सही बात है, लोग काम करने वालों को वोट दे रहे हैं। सुस्त और आलसी लोगों के लिए राजनीति में अब कोई जगह नहीं है। आप काम करेंगे तो चुनाव जीतेंगे नहीं तो खत्म हो जाएंगे। उत्तर प्रदेश की पिछली सरकार ऐसे मुट्ठीभर लोगों का प्रतिनिधित्व करती थी जिनके अपने निहित स्वार्थ थे। हमारी सरकार गरीबों और कमजोर तबके के लिए काम कर रही है।

राज्य सरकार के कई फैसलों के आधार पर विपक्ष बार बार आरोप लगा रहा है कि भय का माहौल बनाया जा रहा है। इसके लिए वे ऐंटी रोमियो स्क्वॉड और बूचड़खाने बंद करने के कदमों का उदाहरण देते हैं।
मुझे समझ में नहीं आता कि गैरकानूनी बूचड़खाने बंद करने से लोगों के मन में डर क्यों पैदा होगा। वही बूचड़खाने बंद हुए जो गैरकानूनी रूप से चल रहे थे। कुछ लोग जो दिल्ली में नहीं रहते वे ऐंटी रोमियो स्कवॉड को विजिलांटे ग्रुप बताते हैं। यह सच्चाई से परे है। ऐंटी रोमियो स्क्वॉड पुलिस का है और पूरी कानूनी जिम्मेदारी से काम कर रहा है। इसका उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करना है। लाखों लड़कियां ऐसे तत्वों के कारण स्कूल नहीं जा पा रही थीं। हमने अपने चुनाव संकल्प पत्र में वादा किया था कि हमारी सरकार बनी तो ऐसे स्क्वॉड का गठन करेंगे। हमने शहरों में चौबीस घंटे और गांवों में अट्ठारह घंटे बिजली देने का वादा किया था। इन सब मुद्दों पर हमारी सरकार काम कर रही है। उत्तर प्रदेश में इस समय ऐसी सरकार है जो प्रदेश को पटरी पर वापस लाने की कोशिश कर रही है। जो लोग आलोचना कर रहे हैं उन्हें जाकर देखना चाहिए कि एक महीने की छोटी सी अवधि में सरकार ने कितना काम किया है।

आपको लगता है कि पांच राज्यों के चुनाव में उज्ज्वला योजना गेम चेंजर साबित हुई?
हां, यह सही है कि यह योजना गेम चेंजर रही। अब तक किसी भी सरकार ने इस तरह की योजना इतने बड़े पैमाने पर लागू नहीं की थी। इस योजना के तहत सिर्फ एक साल में दो करोड़ गरीब परिवारों को गैस कनेक्शन देने में हम कामयाब रहे। अब तक किसी भी एक योजना ने देश के करोड़ों गरीबों के जीवन में इस तरह बदलाव नहीं लाया था। इससे गरीब महिलाओं को धुएं से निजात मिली है जो खाना बनाने के लिए कोयले, उपले और लकड़ी के जलावन का इस्तेमाल करती थीं। इस योजना को सफल बनाने में प्रधानमंत्री की वह अपील भी शामिल है जिसमें उन्होंने आर्थिक रूप से संपन्न लोगों से एलपीजी सब्सिडी छोड़ने की बात कही थी। लोगों ने उनकी अपील पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देकर मोदी जी के नेतृत्व पर भरोसा जताया।

हाल के चुनावों में आपके विरोधी आरोप लगाते रहे कि नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था में गिरावट आई और जनता को आर्थिक नुकसान हुआ?
वे कुछ भी कह सकते हैं लेकिन उनकी बातों पर किसी ने भरोसा नहीं किया। पिछले साल आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद से देश भर में कई चुनाव हो चुके हैं जिनमें भाजपा को अच्छी खासी सफलता मिली है। इससे साफ है कि जनता ने मोदी सरकार के इस फैसले का समर्थन किया। कालाधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ इस बड़े अभियान में जनता ने हम पर भरोसा जताया है। नोटबंदी से लोगों के परेशान होने की बात सिर्फ टीवी चैनलों पर ही दिखती थी।

विपक्षी दलों का यह भी आरोप है कि सर्जिकल स्ट्राइक से कट्टर राष्ट्रवादियों को बढ़ावा मिला और इसका फायदा चुनाव में भाजपा ने उठाया?
आप मुझे ये बताइए कि कट्टर हुए बिना राष्ट्रवाद की सुरक्षा कैसे की जा सकती है। हमारे देश की सुरक्षा को सीमा पार से खतरा था। हमारे सैनिकों पर सीमा पार से हमले हो रहे थे। देश की सुरक्षा और हित को सुरक्षित रखने के लिए सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक का सेना को आदेश दिया और हमारे सैनिकों ने वह काम कर दिखाया जिसकी उनसे उम्मीद थी।

जनधन और मुद्रा बैंक जैसी योजनाओं को सरकार कितना कामयाब मानती है?
इन योजनाओं ने हमारी अर्थव्यवस्था को नया विस्तार दिया है। जनधन योजना का फायदा उन लोगों को मिला है जिनके अब तक बैंक खाते नहीं थे और वे आर्थिक समावेश से महरूम थे। इसी तरह मुद्रा बैंक योजना का फायदा छोटे और लघु कारोबार करने वाले लोग उठा रहे हैं। इससे वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू करने और डिजिटल इकोनॉमी को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी। अब तक अर्थव्यवस्था में जिन लोगों का प्रत्यक्ष योगदान नहीं था वे भी इन योजनाओं से सीधे अर्थव्यवस्था में योगदान दे रहे हैं जिसका असर अंतत: देश के विकास पर पड़ेगा। इससे भ्रष्टाचार रोकने में मदद मिलेगी जिससे आम लोग परेशान हैं।