उत्तर प्रदेश और यहां के लोगों की तकदीर और तदबीर बदलने के लिए जनहित में ताबड़तोड़ फैसले ले रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गरीबों को पांच रुपये में खाना उपलब्ध कराने का एक और बड़ा फैसला लिया है। तमिलनाडु की मशहूर अम्मा कैंटीन और मध्य प्रदेश की दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना की तर्ज पर योगी सरकार प्रदेश में जल्द ही अन्नपूर्णा भोजनालय शुरू करने जा रही है। इस भोजनालय में मात्र तीन रुपये में नाश्ता और पांच रुपये में खाना उपलब्ध कराया जाएगा। योगी आदित्यनाथ लगातार कई मौकों पर कहते आएं हैं कि उनकी सरकार में कोई भी भूखा नहीं सोएगा। किसानों की कर्ज माफी के बाद यह फैसला प्रदेश के गरीबों में लोकप्रिय हो सकता है।

yogi-canteenफिलहाल इसकी शुरुआत पांच शहरों से की जाएगी। इन शहरों में लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, बनारस और गाजियाबाद शामिल हैं। धीरे-धीरे ये भोजनालय प्रदेश के सभी नगर निगमों में खोले जाएंगे। ये भोजनालय शहर के उन इलाकों में खोले जाएंगे जहां मेहनतकश और गरीबों की तादाद ज्यादा रहती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट के जरिये इसकी जानकारी दी है। अपने ट्वीटर अकाउंट पर मुख्यमंत्री ने अन्नपूर्णा भोजनालय का एक विज्ञापन भी साझा किया है जिसमें कहा गया है कि उनकी सरकार पांच रुपये में भरपेट भोजन की व्यवस्था करेगी ताकि प्रदेश का कोई नागरिक भूखा न रह जाए।

मसौदा तैयार
सरकारी सूत्रों की मानें तो अन्नपूर्णा भोजनालय का मसौदा तैयार हो गया है और इसका एक प्रेजेंटेशन मुख्य सचिव देख चुके हैं। बस अब इस पर योगी आदित्यनाथ की आधिकारिक मुहर लगनी बाकी है। वैसे मुख्यमंत्री इसे औपचारिक रूप से मंजूर कर चुके हैं। सूत्रों की मानें तो शुरुआती चरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस योजना में सुबह के नाश्ते में दलिया, इडली-सांभर, पोहा और चाय-पकोड़ा होगा तो खाने में रोटी, मौसमी सब्जियां, अरहर की दाल और चावल मिलेगा। योगी सरकार का ये कदम सरकार का मानवीय चेहरा सामने रखने के लिए काफी है जो उसे दूसरे राज्यों से अलग करेगा।

तमिलनाडु-एमपी में चल रही ऐसी योजनाएं
आपको बता दें कि तमिलनाडु में अम्मा कैंटीन काफी पहले से चल रही है जहां पांच रुपये में भोजन दिया जाता है। जयललिता सरकार ने इसकी शुरुआत की थी जो प्रदेश में काफी मशहूर है। उसी की तर्ज पर मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने इसी साल 7 अप्रैल से दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना की शुरुआत की है। दीनदयाल रसोई में भी सिर्फ पांच रुपये में खाना उपलब्ध कराया जाता है। इस रसोई को खोलने का मकसद शहरों में दूरदराज के गांवों और दूसरे राज्यों से आए मजदूरों के अलावा गरीबों को कम कीमत पर पौष्टिक खाना देना है।