चंडीगढ़। जनधन खातों में बैलेंस की बाढ़ आने के बाद प्रधानमंत्री की चेतावनी के बावजूद एक टैक्‍सी ड्राइवर के जनधन खाते में एकमुश्‍त 9,800 करोड़ रुपये कैसे आ गए, इसे एक कारनामा ही कहा जा सकता है। यह कारनामा किसी और ने नहीं, बैंक ने खुद किया है। बैंक स्‍टाफ की इस लापरवाही से साफ हो गया है कि नोटबंदी की वजह से उन पर काम का दबाव कितना बढ़ गया है।

बैंक अधिकारियों की लापरवाही से हुआ यह गलत ट्रांजेक्‍शन चर्चा और जांच का विषय बना हुआ है। जैसे ही बैंक अधिकारियों को गलती का पता चला तो उन्होंने ड्राइवर का खाता ही बंद कर दिया और फिर दोबारा खाता खोलकर उसे पासबुक की नई कापी जारी कर दी।

स्टेट बैंक आफ पटियाला के मैनेजर रविंदर कुमार ने बताया कि ये टेक्निकल मिस्टेक है, जिसकी वजह से अरबों रुपये बलविंदर सिंह के खाते में आए पर धनराशि रिवर्स हो चुकी है।

बरनाला के रहने वाले टैक्सी ड्राइवर बलविंदर सिंह का स्टेट बैंक आफ पटियाला की ब्रांच में खाता है। उसका अकाउंट नंबर- 55029598260 है। पिछले 4 नवंबर को उसके मोबाइल नंबर 93562-43600 पर स्टेट बैंक आफ पटियाला की ओर से 98,05,95,12,231.00 (9805 करोड़) रुपये जमा होने का मैसेज आया, जिसे देखकर वह एकदम हैरान हो गया। दूसरा मेसेज उसे 19 नवंबर को आया,  जिसमें उसी मोबाइल नंबर पर उसे 9,99,99,97,486.19 रुपये जमा होने का मेसेज आया।

बलविंदर सिंह ने बताया कि वह एक टैक्सी ड्राइवर है और लोकल शहर में ही वह काम करता है। पिछले छह माह से वह स्टेट बैंक आफ पटियाला की एक शाखा से कैश लेकर उसे दूसरी शाखा तक पहुंचाने के लिए प्रति चक्कर के हिसाब से बैंक वालों से 200 रुपये लेता था।

बैंक अधिकारी उससे 200 रुपये का बाउचर पहले से ही भरवा लेते थे। उसने बताया कि उसका स्टेट बैंक आफ पटियाला की शाखा में अकाउंट है और वह 200 रुपये बैंक वाले उसके खाते में डाल देते थे, क्योंकि उसने पहले से ही बैंक वालों को अपना आईडी प्रूफ दे रखा था।

बरनाला में स्टेट बैंक पटियाला की तीन शाखाएं हैं। बलविंदर सिंह तीनों शाखाओं के लिए काम करता है। स्टेट बैंक आफ पटियाला के डीएई बैंक के मैनेजर विश्वजीत ने मामले पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया और केवल यही कहा कि जांच चल रही है।

उन्होंने कहा कि हमारी बैंक का अकाउंट नंबर 11 अंकों का होता है और गलती से ये सब हो गया। जिससे गलती हुई है, उसके खिलाफ जांच के बाद उच्च अधिकारी कार्रवाई करेंगे।

आयकर विभाग इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और जांच में जुटा है। जांच के दौरान आयकर विभाग को पता चला कि बलविंद सिंह का जनधन का खाता है। स्टेट बैंक का इस गलती पर कोई जवाब देते नहीं बन रहा है।