सीरिया में रासायनिक हमले पर सुरक्षा परिषद ने आपात बैठक बुलाई है। दरअसल,, सीरिया में रासायनिक हमले के बाद एक सैन्य हवाई अड्डे पर हमला हुआ है जिसमें 14 लोगों की जान गई है। किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। स्थानीय समाचार एजेंसी सना के अनुसार सोमवार सुबह पहले होम्स के टी-4 एयरबेस पर “कई मिसाइलों” से हमला किया गया। अपनी शुरुआती रिपोर्टों में सना ने अमेरिका को इस हमले के लिए जिम्मेदार बताया लेकिन बाद में अपने इस दावे को वापस ले लिया।

दरअसल शनिवार को हुए रासायनिक हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों ने एक साझा बयान में एक मजबूत साझी प्रतिक्रिया की बात कही थी। ताजा हमले के बाद अमेरिका और फ्रांस दोनों ने ही साफ किया है कि इसमें उनका हाथ नहीं है।

रविवार को डॉनल्ड ट्रंप ने चेतावनी भरे स्वर में कहा था कि राष्ट्रपति पुतिन, रूस और ईरान, जानवर असद को समर्थन देने के लिए जिम्मेदार हैं। इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी। ठीक एक साल पहले अमेरिका ने सीरिया में किए गए रासायनिक हमले के जवाब में शायरत एयरबेस पर मिसाइल से हमला किया था। शायरत हवाई अड्डा टी-4 से महज 70 किलोमीटर की दूरी पर है।