ओपिनियन पोस्ट ब्यूरो
नोएडा। समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने भाजपा के प्रवक्ता प्रेम शुक्ला के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है। पंखुड़ी पाठक ने पुलिस से शिकायत की है कि प्रेम शुक्ला ने एक न्यूज चैनल के डिबेट में उनके साथ अभद्रता की। पंखुड़ी पाठक ने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा है कि भाजपा प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने उन्हें कहा कि पंखुड़ीजी, आप ज्यादा पंख मत फड़फड़ाइए। मैं आपके बारे में ऐसी बात बोलूंगा कि आप शर्मिंदा हो जाएंगी। मैं जानता हूं कि यादव परिवार में महिलाओं से कैसी राजनीति करवाई जाती है। मैं सबूत लेकर खड़ा हो जाऊंगा।
पंखुड़ी भाजपा प्रवक्ता प्रेम शुक्ला के खिलाफ महिला आयोग का भी दरवाजा खटखटाने वाली हैं।
पंखुड़ी पाठक ने कहा कि यह भाजपा के नेताओं की मानसिकता है। ये औरतों को बराबर नहीं समझते, अल्पसंख्यकों को बराबर नहीं समझते। कई जातियों को अपने बराबर नहीं समझते। पंखुड़ी ने कहा कि मुझे बहुत बुरा लगा। मैं बहुत आहत हूं। उन्होंने मेरे ऊपर पर्सनल अटैक किया। उन्होंने सारी हदें लांघ दी, तो मुझे लगा कि अब मुझे पुलिस में कंपलेन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं इस मामले को महिला आयोग के पास भी ले जाऊंगी।
पंखुड़ी ने कहा कि इनकी मनुवादी सोच है। इनका मानना है कि औरतें राजनीति सिर्फ गलत तरीके से ही कर सकती हैं। भाजपा में भी इतने सीनियर महिला नेता हैं, पर जब ये ऐसी बातें कहते हैं कि तो सवाल इनकी पार्टी की नेताओं पर भी उठता है।
सपा प्रवक्ता पंखुड़ी ने कहा कि जब इनके पास राजनीतिक जवाब नहीं होता, तो ये औरतों की बदनामी करने पर उतर जाते हैं। इनकी मानसिकता ही यही है। पंखुड़ी ने कहा कि भाजपा के नेताओं की सोच इससे पता चलती है। ऐसी बातें खुद इनके मुंह से निकल जाती है। यह पहली बार नहीं हुआ है। ऐसा ये लगातार करते हैं। ये किस तरह के लोग हैं। जनता समझ रही है।
उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह चुनावी मुद्दा नहीं है। यह मेरे लिए व्यक्तिगत मुद्दा है, पर यूपी की जनता को यह समझना चाहिए कि भाजपा नेताओं की महिलाओं के प्रति क्या सोच है। प्रेम शुक्लाजी मेरे पिताजी के उम्र के हैं। ये लोग नारे लगाते हैं कि नारी के सम्मान में भाजपा मैदान में, पर ऐसे नारे लगाने वाले ही महिलाओं का अपमान करते हैं।
पंखुड़ी ने कहा कि भाजपा ने कुछ ऐसे प्रवक्ता रखे हैं, जो लगातार अपशब्दों का इस्तेमाल करते हैं। भाजपा को तुरंत उन्हें पार्टी से बाहर करना चाहिए। पंखुड़ी ने भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं से महिलाओं का अपमान करने वाले अपने नेताओं के खिलाफ आवाज उठाने की मांग की।