नई दिल्ली।

शशि कपूर का शव जब श्मशान पहुंचा तो वहां मौजूद मुंबई पुलिस ने पार्थिव शरीर से तिरंगे को अलग किया। पुलिस की एक टुकड़ी ने तीन राउंड फायरिंग कर आख़िरी सलामी दी। मौके पर मौजूद लोगों ने एक मिनट का मौन रख कर उन्‍हें श्रद्धांजलि अर्पित की। अंतिम संस्कार के वक्त बारिश के बावजूद हजारों प्रशंसक डटे रहे। इस प्रकार मंगलवार को दोपहर राजकीय सम्मान के साथ वरिष्‍ठ अभिनेता शशि कपूर का सांताक्रूज में अंतिम संस्कार कर दिया गया।

इस मौके पर राजनीति और फिल्म जगत की कई हस्तियां मौजूद रहीं। शशि कपूर 70 और 80 के दशक के मशहूर रोमांटिक स्टार थे। सोमवार शाम को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया था। वे 79 वर्ष के थे। शशि लंबे समय से बीमार चल थे। परिवार में दो बेटा और एक बेटी है। पत्नी जेनिफर का पहले ही निधन हो चुका है। शशि का एक बेटा सिद्धार्थ पृथ्वी थियेटर का काम संभालता है और दूसरा बेटा कुणाल मशहूर फोटोग्राफर है। शशि की बेटी संजना थियेटर सिखाने का काम करती है।

शशि कपूर के पार्थिव शरीर को एक एम्बुलेंस से उनके घर ‘जानकी कुटीर’ लाया गया। अंतिम दर्शन के लिए कुछ देर तक उनका शव पृथ्वी थियेटर में भी रखा गया था। इस दौरान पुलिस ने सुरक्षा के पुख्‍ता प्रबंध कर रखे थे। करीब 11.45 बजे शशि का पार्थिव शरीर सांताक्रूज के श्मशान गृह पहुंचा। उनके बेटे कुणाल-करण और बेटी संजना के साथ कपूर भतीजे रणधीर कपूर, ऋषि कपूर और रणबीर कपूर समेत परिवार के लोग और रिश्तेदार मौजूद थे।

शशि कपूर को अंतिम विदाई देने वालों में प्रमुख रूप से अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, श्याम बेनेगल, शाहरुख खान, सैफ अली खान, अयान मुखर्जी, हंसल मेहता, नंदिता दास, लारा दत्ता, महेश भट्ट, रामदास आठवले, जावेद अख्तर, सलीम खान, संजय दत्त, नसीरुद्दीन शाह, अनिल कपूर,  आमिर खान,  राकेश ओमप्रकाश मेहरा,  पूनम ढिल्लो, शक्ति कपूर,  देव मुखर्जी, सचिन पिलगांवकर, सीमा पहवा, सुप्रिया पाठक, सुरेश ओबेरॉय और कई दूसरे सितारे मौजूद रहे। सभी की आंखें नम थीं।

शशि कपूर के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई राजनीतिक और बॉलीवुड की हस्तियों ने शोक जताया है। बॉलीवुड एक्ट्रेस हेमा मालिनी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शशि‍ कपूर के निधन पर शोक व्यक्त किया।

शशि ने हिन्दी सिनेमा की 160 फिल्मों (148 हिंदी और 12 अंग्रेजी) में काम किया। उनका जन्म 18 मार्च 1938 को कोलकाता में हुआ था। 60 और 70 के दशक में उन्होंने जब-जब फूल खिले, कन्यादान, शर्मीली, आ गले लग जा, रोटी कपड़ा और मकान, चोर मचाए शोर,  दीवार कभी-कभी और फकीरा जैसी कई हिट फिल्में दी। शशि, अमिताभ बच्चन से 8 साल बड़े थे लेकिन हर फिल्म में वो उनके छोटे भाई का किरदार निभाते थे। उस समय शशि की डिमांड इतनी थी कि एक साथ 6 फिल्मों की शूटिंग किया करते थे।