देश की राजधानी दिल्ली में एक प्राइवेट स्कूल की कथित मनमानी का मामला सामने आया है। स्कूल ने फीस नहीं जमा करने के नाम पर 4 से 5 साल के 16 स्टूडेंट को 5 घंटों तक बंधक बनाकर रखा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्कूल प्रशासन ने जून के महीने की फीस नहीं जमा होने की वजह से इन बच्चियों को स्कूल के बेसमेंट में ही बंद कर दिया।

दरअसल, मामला दिल्ली के चांदनी चौक के राबेया गर्ल्स पब्लिक स्कूल का है। जहां स्कूल ने करीब 16 बच्चियों को फीस नहीं जमा करने के नाम पर 5 घंटे तक बेसमेंट में बंद कर दिया। पेरेंट्स का आरोप है कि सुबह बच्चियों को स्कूल छोड़ने के बाद जब वे दोपहर 12:30 बजे छुट्टी के वक्त उन्हें लेने स्कूल गए तो पता चला कि बच्चों को बेसमेंट में बंद कर दिया गया है।

बच्चियां 40 ड्रिग्री तापमान में पांच घंटों से भूखी प्यासी थीं। और बेसमेंट में हवा का कुछ भी इंतजाम नहीं था। जब बच्चियों ने अपने पेरेंट्स को देख कर रोने लगे। जिसके बाद पेरेंट्स ने हंगामा शुरू कर दिया। माता-पिता ने दावा किया कि उन्हें अपने बच्चों को बेसमेंट से बाहर निकालने के लिए स्कूल स्टाफ के साथ काफी बहस करनी पड़ी।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्कूल का तर्क है कि बच्चियों की फीस नहीं जमा हुई थी। हालांकि बच्चियों के पेरेंट्स का दावा है कि उन्होंने फीस समय पर जमा कर दिया था। और उनके पास फीस जमा करने की रसीद भी है।

पुलिस के मुताबिक, आईपीसी की धारा 342 (जबरन बंधक) के तहत स्कूल के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई है। और हौजकाजी पुलिस स्टेशन में जुवेनाइल जस्टिस एक्ट अधिनियम की धारा 75 के तहत आगे की जांच चल रही है।

 

इस मामले के सामने आने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। इससे पहले मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर स्कूल प्रशासन पर कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने लिखा था कि स्कूल की इस हरकत से मैं खुद हैरान हूं।