अाेपिनियन पाेस्ट । 

सियासत की राह कभी सीधी नहीं होती है, सियासत की भाषा भी सीधी नहीं होती है। लोकतंत्र में नेता एक दूसरे पर निशाना साधना अपना फर्ज समझते हैं तो वहीं अपने दामन को पाक साफ बताते हैं। लेकिन यहां मामला थोड़ा अलग है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में पहुंचे। छात्रों के सवाल और जवाब के क्रम में वो कुछ ऐसा बोल गए कि कांग्रेस मुश्किलों में आ सकती है। सलमान खुर्शीद ने कहा कि उन्हें ये कहने में गुरेज नहीं है कि कांग्रेस के दामन पर मुसलमानों के खून के धब्बे लगे हैं। सलमान खुर्शीद से  जब ये पूछा गया कि आप ने इस तरह का बयान क्यों दिया तो उनका जवाब था कि जब ऐसे लोग आरोप लगाते हैं जिनके बारे में पूरी दुनिया जानती तो जवाब देना हमारा फर्ज बनता है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में पूर्व छात्र ने कांग्रेस के शासन काल के दौरान मुसलमानों के साथ हुए अन्‍याय का मुद्दा उठाया। छात्र ने कहा कि आप के शासन में एएमयू के कानून में पहली बार बदलाव हुआ,हाशिमपुरा, मुजफ्फरनगर दंगे हुए, बाबरी मस्जिद के दरवाजे खुले, उसमें मूर्तियां रखी गईं। ये सब कुछ कांग्रेस के शासन काल के दौरान हुआ। छात्र ने पूछा कि आप लोग बड़ी बड़ी बातें करते हैं लेकिन कांग्रेस के दामन पर ये जो खून के धब्‍बे हैं उस पर उनका क्‍या कहना है। इन्‍हें कांग्रेस कैसे धुलेगी।

छात्र के सवाल के जवाब में सलमान खुर्शीद ने कहा कि ये सच है कि हमारे दामन पर खून के धब्‍बे हैं। इसी वजह से आप हमसे कह रहे हैं कि अगर कोई आप पर वार करे तो उसे बढ़कर रोकना नहीं चाहिए ? तुम समझो कि ये धब्‍बे हम पर लगे हैं तुम पर ना लगे। तुम वार इन पर करोगे और धब्‍बे तुम्‍हारे ऊपर लगेंगे। हमारे इतिहास से सीखो और समझो और अपनी हालत ऐसा न करो कि 10 साल बाद विश्वविद्यालय आओ तो तुमसे ऐसे सवाल पूछने वाला कोई न मिले।

सलमान खुर्शीद के इस बयान के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया है। बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि भिवंडी से लेकर भागलपुर तक और मेरठ से मलियाना तक कांग्रेस और कांग्रेस के सेक्युलरिज्म के सियासी सूरमाओं ने निर्दोष लोगों की हत्याओं को अपनी आंखों से देखा है। कांग्रेस के शासन काल में 5000 दंगों का श्रृंखलाबद्ध इतिहास रहा है। इसी मुद्दे पर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि कांग्रेस के दामन पर सिर्फ मुसलमानों नहीं बल्कि सिखों का भी खून लगा है। कांग्रेस के दामन पर किसी एक धर्म नहीं बल्कि हर धर्म का खून का धब्बा लगा है।