जालंधर। आज के कोरियर के जमाने में हम डाकिये को भूल ही गए हैं, जबकि एक समय ऐसा था जब लोग डाकिये का इंतजार करते रहते थे। ‘पलकों की छांव में’ फिल्म का वह गाना तो आपने सुना ही होगा-डाकिया डाक लाया…लेकिन निर्वाचन आयोग ने डाकिये को एक ऐसा काम दे दिया, जिससे उसका महत्व काफी बढ़ गया है।
दरअसल, आम जनता में तमाम लोगों को अपने मताधिकार की ताकत का अहसास कम ही होता है। वे तो यही सोचते हैं-को नर होहिं हमहि का हानी…। लेकिन अब डाकिये लोगों को मताधिकार की ताकत का अससास कराएंगे। पंजाब में 4 फरवरी को प्रस्तावित विधानसभा चुनावों में ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचन आयोग ने एक अनोखी पहल की है। आयोग मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में डाक विभाग को भी शामिल कर लोगों से अपील कर रहा है कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करें।
यह जानकारी जालंधर के जिला निर्वाचन अधिकारी कमल किशोर यादव ने दी और बताया, ‘‘मतदाता जागरूकता अभियान में हमने डाक बांटने वालों को शामिल किया है। इसके तहत मुख्य डाकघर से 50 डाकियों के जत्थे को रवाना किया गया है। ये आज से ही जागरूकता अभियान में लग जाएंगे। ये डाकिये मतदाताओं को अपील पत्र देंगे, जिनमें उनसे 4 फरवरी को अधिक से अधिक संख्या में जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की गई है। इसका मकसद लोकतंत्र के इस पर्व में मतदाताओं की भागीदारी को बढ़ाना है।’’
अधिकारी ने बताया, ‘‘पहले नगर निगम के क्षेत्र में आने वाले इलाकों में काम करने वाले डाकियों को इस काम में लगाया गया है ताकि वे अधिक से अधिक घरों तक इस अपील पत्र को पहुंचा सकें। कल यानी 17 जनवरी 2017 से देहात क्षेत्र में काम करने वाले डाकियों को भी इसी काम में लगाया जाएगा ताकि लोगों तक यह सूचना पहुंचाई जा सके और उन्हें 4 फरवरी को मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए जागरूक किया जा सके।’’ उन्होंने बताया कि अपील पत्र में मतदाताओं के मताधिकार के महत्व के बारे में बताया गया है।
इसका लक्ष्य मतदाताओं को मताधिकार के इस्तेमाल के प्रति जागरूक करना है ताकि वे किसी लालच में फंसे बिना निर्वाचन प्रक्रिया में अपनी भूमिका निभा सकें। आमतौर पर यह देखा जाता है कि प्रत्याशी और उनके समर्थक मतदाताओं तरह-तरह की लालच देकर उन्हें अपने पक्ष में मतदान करने के लिए राजी कर लेते हैं। ऐसे में मतदाता अपना कर्तव्य भूल जाता है।