मुंबई। नोटबंदी के बाद से देश भर में कैशलेस ट्रांजेक्शन के प्रचलन को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। मुंबई की चौपाटी हो या देश के अन्‍य बाजार, कैशलेस अर्थव्‍यवस्‍था की ओर लोगों के कदम आगे बढ़ने लगे हैं। केंद्र सरकार ने ऐप बेस्ड ट्रांसफर के लिए कई रास्ते तैयार करने का काम शुरू कर दिया है।

सरकार ने रूपे, मास्टरकार्ड और वीजा से कॉमन क्विक रेस्पॉन्स कोड पर आधारित पेमेंट सल्यूशन तैयार करने को कहा है। इससे देश भर के दुकानदारों को बिना किसी कार्ड स्वाइप मशीन के इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट हासिल हो सकेगी। जानते हैं कि कैसे काम करेगा यह क्विक रेस्पॉन्स कोड।

व्यापारी आपको कॉमन क्‍यूआर कोड दिखाएगा, जिसे रूपे,  मास्टरकार्ड और वीजा जैसे पेमेंट नेटवर्क के ऐप से स्कैन किया जा सकेगा। इसके बाद आसानी से ग्राहक कोई भी रकम दुकानदार के खाते में ट्रांसफर कर सकेगा। इस तरह के क्‍यूआर कोड आधारित पेमेंट के लिए डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड की कोई जरूरत नहीं होगी।

फिलहाल पेटीएम इस तरह की सुविधा देता है,  लेकिन इसके तहत दुकानदार और ग्राहक दोनों के पास इसकी उपलब्धता जरूरी होती है। इसकी वजह यह है कि पेटीएम किसी दूसरे पेमेंट नेटवर्क को स्वीकार नहीं करता है।