नई दिल्ली।

नोटबंदी के बाद लोगों ने बड़ी संख्या में पैन कार्ड बनवाने के लिए आवेदन किया है, लेकिन अत्‍यधिक आवेदन आ जाने से पैन नंबर मिलने में कई सप्ताह लग जा रहे हैं। लोगों की इस समस्या को दूर करने के लिए आयकर विभाग जो कदम उठाने जा रहा है, उससे करदाताओं को काफी सहूलियत तो होगी ही आपको पैन नंबर मात्र 5 से 6 मिनट में मिल जाएगा। यही नहीं, पैन कार्ड मोइबाइल फोन के सिम जैसा हो जाएगा और स्‍मार्टफोन के जरिये उसका इस्‍तेमाल कर आयकर रिटर्न भरा जा सकेगा।

आप अपने स्मार्टफोन से ऐप के जरिये आयकर का भी भुगतान कर सकेंगे। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड आधार ई-केवाईसी सुविधा से रियल टाइम में पैन नंबर जारी करने की दिशा में काम कर रहा है। ई-केवाईसी से संबंधित व्यक्ति का पता और उसकी व्यक्तिगत जानकारियों की पुष्टि हो जाती है।

विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘अगर ई-केवाईसी के जरिये सिम दिया जा सकता है तो पैन कार्ड भी जारी किया जा सकता है।’  हालांकि,  इस प्रक्रिया से पैन नंबर तो तुरंत मिल जाएगा,  लेकिन कार्ड को आपके घर तक पहुंचने में थोड़ा समय लगेगा। सीबीडीटी और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने कई कंपनियों के साथ मिलकर एक समझौता किया है। इस समझौते में एक साझे फॉर्म के जरिये चार घंटों में पैन जारी किया जा सकता है। इसके पीछे मकसद पैन त्वरित जारी करना है।

आयकर विभाग एक ऐप विकसित कर रहा है जिससे ऑनलाइन कर का भुगतान करने में मदद मिलेगी। इस ऐप के जरिये आप नए पैन नंबर के लिए आवेदन कर सकते हैं साथ ही अपने रिटर्न से संबंधित अन्य जानकारियां भी ले सकेंगे।

वित्त मंत्रालय अब एक मिनट में पैन कार्ड जारी करने का फॉर्मूला अपनाने जा रहा है। नए फॉर्मूले के साथ अब देश का टैक्स विभाग पैन कार्ड उसी तरह जारी कर सकेगा जैसे मौजूदा समय में कोई मोबाइल ऑपरेटर नए ग्राहक को सिम कार्ड जारी कर देता है। वित्त मंत्रालय ने करदाता को और राहत देने के लिए आयकर विभाग को स्मार्टफोन ऐप बनाने के लिए कहा है।

सिमकार्ड की तरह पैन कार्ड जारी करने के लिए केंद्र सरकार ने आधार का इस्तेमाल करते हुए ई-केवाईसी का फॉर्मूला अपनाया है। लिहाजा,  स्मार्टफोन मोबाइल पर इस ऐप के जरिये कोई भी अपनी पहचान का सत्‍यापन करा सकता है। साथ ही टैक्स विभाग को भी रियल टाइम में प्रत्येक व्यक्ति के पैन के जरिये उसका पता और जानकारी मिल सकेगी।

अभी पैन कार्ड बनवाने में 2 से 3 हफ्ते का समय लगता है। इस फॉर्मूले पर पैन जारी करने में यह काम अब कुछ मिनटों में पूरा कर लिया जाएगा। इस कदम से जहां कंपनियों और आम आदमी को रियल टाइम में पैन कार्ड दिया जा सकेगा वहीं टैक्स विभाग अब पैन कार्ड का इस्तेमाल कारोबारी की पहचान के लिए भी कर सकेगा।