नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम लोकसभा में जीएसटी बिल पर कहा कि जीएसटी बिल का मतलब ग्रेट स्टेप्स बाय टीम इंडिया है। यह बिल साबित करेगा कि आखिरकार कंज्यूमर ही किंग होगा। बिल देश की गरीबी से लड़ने के लिए गरीबों की मदद करेगा। इसलिए बिल के तहत गरीबों के काम आने वाली चीजों को कर के दायरे से बाहर रखा जा रहा है। इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होते ही केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी बिल को संविधान संशोधन बिल चर्चा के लिए पेश किया।

पीएम मोदी ने कहा, जीएसटी बिल टैक्स टेररिज्म से मुक्ति की दिशा में अहम कदम है। 90 राजनीतिक दलों ने मंथन कर हमें यहां तक पहुंचाया। जीएसटी बिल पर कामयाबी पर पहले की सभी सरकारों का भी बड़ा योगदान है। जीएसटी बिल पर कौन जीता या कौन हारा का सवाल व्यर्थ है। जीएसटी बिल का मतलब है कि ‘ग्रेट स्टेप टुवार्ड्स ट्रांसफॉर्मेशन’ और ‘ग्रेट स्टेप टुवार्ड्स ट्रांसपेरेंसी’ इन इंडिया। यह सही है कि किसी राजनीतिक दल ने इसका विचार किया और कई राजनीतिक दलों ने इसमें सुधार किया। एक देश में, एक मंच, एक मत, एक मंत्र और एक कर बन कर उभरा है जीएसटी बिल। राज्यसभा में जीएसटी बिल पर वोटिंग में हम अंकगणित में कमजोर होते हुए सबकी मदद से आगे बढ़े। राज्यों का केंद्र पर भरोसा बढ़ा। लोकतंत्र की जीत है यह। यह सिर्फ बहुमत की नहीं सहमति की यात्रा है।

उन्‍होंने कहा कि जीएसटी बिल को हमने से किसी ने भी राजनीतिक मत को शिकार न होकर राष्ट्रनीति को महत्व दिया। बिल को लेकर शिकायतों के बावजूद सभी दलों ने इस पर आगे बढ़कर देश की भलाई को लेकर अहम कदम उठाया। हम जीएसटी पर बहुमत के आधार पर नहीं, आम राय के आधार पर आगे बढ़ना चाहते थे। जीएसटी बिल का मतलब कंज्यूमर इज किंग। इस बिल की वजह से छोटे उत्पादकों को सुरक्षा की गारंटी मिलेगी। कंज्यूमर की मजबूती से ही देश की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।

उन्‍होंने कहा कि मैन, मशीन, मैटेरियल, मनी और मिनट्स का ऑप्टिमम इस्तेमाल से देश में अवसरों की बाढ़ आएगी। जीएसटी बिल से करों में एकरूपता आएगी। देश में हर राज्य एक-दूसरे से जुड़े होकर ही कारोबार करते हैं। राज्यों के बीच में होने वाली कारोबारी कठिनाइयों को दूर करने में जीएसटी बिल से मदद मिलेगी। एक कर से देश के राज्यों की आय बढ़ेगी। देश के पूर्वी राज्यों को आगे बढ़ाकर ही हम एक साथ मजबूत हो सकेंगे। देश के सपनों को पूरा करने में हमें गति मिलेगी. हम पश्चिमी देशों की तरक्की के मुकाबले में आ सकेंगे। जीएसटी बिल लागू होने के बाद आम जनता इसका अधिक फायदा उठा पाएगी। केंद्र और राज्य के संघीय ढांचे में भरोसा होना सबसे बड़ी चीज। गरीबों के काम आने वाली फूड और दवाओं की तमाम चीजें जीएसटी के दायरे से बाहर।

उन्‍होंने कहा कि रेवेन्यू और फिस्कल डेफिसिट में संतुलन लाने में भी मदद करेगा जीएसटी बिल। ग्रोथ, इन्फ्लेशन और ब्याज दरों को लेकर होने वाली चर्चाओं का कानूनन समाधान होगा। रिजर्व बैंक से कहा गया है कि महंगाई दर को 4 फीसदी तक रोकें। देश में गरीबी के खिलाफ लड़ने की इच्छा हम सबकी है। जीएसटी बिल की मदद से गरीबों की फौज खुद कोशिश कर गरीबी से बाहर आ सकती है। महंगाई दर स्थिर होने से देश का विकास होगा। छोटे कारोबारियों को लोन लेने में मदद मिलेगी। जीएसटी बिल की वजह से सहज धन आएगा तो मैन्यूफैक्चरिंग की प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी तो देश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इससे बड़े पैमाने पर गरीबी खत्म होगी। जीएसटी बिल की सबसे बड़ी ताकत है टेक्नोलॉजी। इसकी मदद से भ्रष्टाचार खत्म किया जा सकेगा। हमारे यहां कच्चा बिल, पक्का बिल के फासले को खत्म किया जा सकेगा। टैक्स कलेक्शन में लगी बड़ी फौज कम होगी। इससे बचा खर्च गरीबी से लड़ने में लगाया जा सकेगा।