नई दिल्ली।
देश में पहली बार एक ऐसी ट्रेन शुरू हो रही है, जो फास्ट, सुरक्षित और अनारक्षित है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने देश की पहली अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखा दी है। कोच्चि के एर्नाकुलम स्टेशन से हावड़ा स्टेशन के बीच शुरू हुई यह ट्रेन देश की ऐसी पहली सुपरफास्ट ट्रेन है, जो पूरी तरह अनारक्षित श्रेणी की है।
रेलमंत्री ने रेल भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। रफ्तार के मामले में यह राजधानी एक्सप्रेस को भी मात देगी। अंत्योदय एक्सप्रेस 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। इसका बेस फेयर मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों से महज 15% ज्यादा होगा।
इसे आम आदमी की ट्रेन बताया जा रहा है। इसमें पीने के आरओ का पानी और चार्जिंग की सुविधा होगी ताकि आम आदमी को सफर के दौरान परेशानी न हो। कोच में 100 यात्रियों के बैठने और 200 यात्रियों के खड़े होने की जगह होगी। हर कोच में 20 मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट हैं। एलएचबी कोच वाली यह ट्रेन अगर दुर्घटनाग्रस्त होती है तो यात्रियों को कम क्षति पहुंचती है।
अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन करते हुए रेलमंत्री ने कहा, हम आज देश के पहली अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत कर रहे हैं। जल्द ही तेजस और उदय एक्सप्रेस ट्रेनें भी शुरू की जाएंगी। अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेनें लंबी दूरी की, पूरी तरह अनारक्षित, सुपरफास्ट ट्रेनें हैं, जिन्हें देश की आम जनता के लिए सबसे व्यस्त रेलमार्ग पर शुरू किया गया है।
बिल्कुल नई श्रेणी की इन ट्रेनों में कई सुविधाएं दी गई हैं, जिनमें सामान रखने के लिए गद्दीदार रैक हैं जिन्हें सीट की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। ये आरामदायक और सुरक्षित हैं। पेयजल आपूर्ति, मोबाइल चार्जिंग सुविधा, मॉड्यूलर शौचालय, शौचालय इस्तेमाल होने की जानकारी देने वाला डिस्प्ले, एलईडी लाइट शामिल हैं। 22 डिब्बों वाली यह ट्रेन 2,307 किलोमीटर की दूरी 37 घंटों में तय करेगी। हर कोच में आरओ लगा होगा।
हमसफर को भी दिखाई हरी झंडी
रेलमंत्री ने राजस्थान के श्रीगंगानगर से तमिलनाडु में तिरुचिरापल्ली के बीच एक हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई। हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन आम नागरिकों के लिए शुरू की गई पूरी तरह वातानुकूलित सुविधायुक्त ट्रेन है, जिसकी घोषणा पिछले वर्ष रेल बजट में की गई थी। पूरी ट्रेन में वातानुकूलित 3 टीयर डिब्बे होंगे।