अाेपिनियन पाेस्ट ।
साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने 5 हिन्दू संतों को मंत्रिमंडल में जगह दी है। सभी को राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है। शिवराज ने कंप्यूटर बाबा, भैय्यूजी महाराज, नर्मदानंदजी, हरिहरानंदजी और पंडित योगेन्द्र महंत को राज्य मंत्री बनाया है। इन सभी को नर्मदा संरक्षण समिति का सदस्य भी बनाया गया है। इन सभी में सबसे रोचक प्रोफाइल है स्वामी नामदेव त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा का।
भैय्यूजी महाराज

नर्मदानंदजी

हरिहरानंदजी
कंप्यूटर बाबा इससे पहले शिवराज सरकार के खिलाफ ‘नर्मदा घोटाला यात्रा’ निकालने का ऐलान कर चुके थे, हालांकि बाद में उन्होंने बिना कोई कारण बताए इसे स्थगित कर दिया। इस मामले पर अब कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है।
दरअसल जिस संत को राज्यमंत्री बनाया गया है उन्होंने भाजपा सरकार के खिलाफ प्रस्तावित नर्मदा घोटाला रथ यात्रा रद्द कर दी है। लेकिन राज्यमंत्री का दर्जा मिलने के बाद यह यात्रा रद्द कर दी गई । राज्यमंत्री का दर्जा मिलने के बाद कम्प्यूटर बाबा ने कहा, “हमने यात्रा निरस्त कर दी है, क्योंकि प्रदेश सरकार ने नदी के संरक्षण के लिये समिति बनाने की मांग पूरी कर दी है। अब यात्रा निकालने की जरूरत नहीं है।
बता दें कि स्वामी नामदेव कंप्यूटर जितना तेज दिमाग और शानदार याद्दाश्त होने का दावा करते हैं। इस आधुनिक बाबा को लैपटॉप से बेहद प्रेम हैं। बाबा के पास वाई-फाई डोंगल, मोबाइल फोन्स जैसे सभी लेटेस्ट गैजेट्स मौजूद रहते हैं। कंप्यूटर बाबा का जुड़ाव दिगंबर अखाड़ा से है। इंदौर के अहिल्या नगर में उनका भव्य आश्रम है। बाबा का कहना है कि वह कंप्यूटर युग में हैं तो इससे दूर कैसे रह सकते हैं। बाबा के अनुसार, वह अपने लैपटॉप में कई जरूरी जानकारियां रखते हैं। साथ ही भक्तों से सोशल मीडिया के जरिए संपर्क भी बनाए रखते हैं।
कंप्यूटर बाबा को हेलिकॉप्टर भी बहुत पसंद हैं। 2013 में उन्होंने कुंभ मेला अधिकारियों से हेलिकॉप्टर के जरिए आकर नदी में स्नान करने की अनुमति मांग कर सबको हैरान कर दिया था। बाबा के अनुसार, अपने यज्ञ तथा अनुष्ठानों का न्योता देने वह हेलिकॉप्टर से ही जाते हैं। बाबा के अनुसार, ”कंप्यूटर, फेसबुक या हेलिकॉप्टर तो इस हाईटेक युग की जरूरते हैं।”
कांग्रेस के निशाने पर शिवराज सरकार
वहीं कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता के के मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार प्रत्येक मोर्चे पर विफल होने के बाद धर्म के घोड़े पर सवार होकर अपनी चुनावी नैया पार करना चाहती है। राज्य सरकार की ओर से कल यहां नर्मदा नदी संरक्षण के सिलसिले में गठित विशेष समिति में पांच संतों को राज्य मंत्री का दर्जा दिए जाने के परिप्रेक्ष्य में मिश्रा ने यहां आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर बाबा नाम के संत ने हाल ही में राज्य सरकार की ओर से निकाली गयी नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान हुए भ्रष्टाचार को उजागर करने की चेतावनी देते हुए ‘नर्मदा घोटाला रथ यात्रा’ निकालने की घोषणा की थी। इसके बाद सरकार ने प्रलोभन देते हुए कंप्यूटर बाबा समेत पांच संतों को राज्य मंत्री का दर्जा दे दिया। मिश्रा ने कहा कि सरकार ने संत समाज को प्रलोभन दिया है। संतों को इस प्रलोभन को ठुकरा देना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर आम लोगों में संतों के प्रति सम्मान निश्चित तौर पर कम होगा।