देब दुलाल पहाड़ी।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह से उनके कार्यालय में मुलाकात कर चना,  मसूर और सरसों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने की अनुमति देने के लिए आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य की बढ़ोत्तरी से किसानों में अपार प्रसन्नता है।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कृषि मंत्री दोनों को किसानों के हित में निर्णय लेने पर धन्यवाद दिया। उन्‍होंने बताया कि प्रदेश में 19.16 लाख मीट्रिक टन चना, मसूर और सरसों का उपार्जन नेफेड द्वारा किया गया था जिसकी कुल देय राशि 8,562 करोड़ रुपये के मुकाबले नेफेड द्वारा राज्य सरकार को अभी तक 5,938 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।

उन्होने आग्रह किया कि शेष राशि 2,624 करोड़ रुपये का भुगतान नेफेड द्वारा राज्य की उपार्जित एजेंसियों को शीघ्र कराया जाए। चौहान ने अनुरोध किया कि मूंग की फसल को भावांतर भुगतान योजना में शामिल करने पर लगभग 800 करोड़ रुपये का व्यय होगा। उन्होंने मांग की कि इस योजना को 50-50 प्रतिशत की राशि केन्द्र और राज्य सरकार वहन करे जिससे किसानों को इसका समय पर लाभ मिल सके।

खरीफ 2018 की सोयाबीन, मूंग, अरहर, मूंगफली, तिल आदि के उपार्जन को प्राइस सपोर्ट स्कीम के अंतर्गत स्वीकृत किए जाने का अनुरोध किया। चौहान ने बताया कि सितम्बर माह के अन्त तक सोयाबीन,  धान, उड़द,  मक्का की आवक शुरू हो जाएगी,  जिसका उपार्जन समय पर किया जाना होगा। उन्‍होंने अनुरोध किया कि नेफेड की क्रेडिट लिमिट 16 हजार करोड़ बढ़ाई जाए। साथ ही उन्‍होंने खरीदी और भंडारण की व्यवस्था में केन्द्र सरकार से सहयोग मांगा।