टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ रचा इतिहास, टेस्ट सीरीज में 4-0 से रौंदा

पहली पारी में करुण नायर के तिहरे शतक, लोकेश राहुल के 199 रन और दूसरी पारी में रविंद्र जडेजा की बेहतरीन गेंदबाजी के बूते टीम इंडिया ने पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच में इंग्लैंड को एक पारी और 75 रन से धूल चटा दी। जडेजा ने दूसरी पारी में सात विकेट झटक कर मैच को ड्रॉ कराने की इंग्लैंड की कोशिशोंं पर पानी फेर दिया।इसके साथ ही विराट की सेना ने 4-0 से सीरीज अपने नाम कर ली। इंग्लैड के खिलाफ क्रिकेट इतिहास में ये पहला मौका है जब भारत ने उसे 4-0 मात दी है।

बने नए-नए रिकॉर्ड

भारत ने पिछले 18 टेस्ट में कोई मैच नहीं गंवाया है। यह टीम इंडिया का नया भारतीय रिकॉर्ड है। यही नहीं उसने इस साल कुल नौ टेस्ट मैचों में जीत दर्ज की। यह एक कैलेंडर वर्ष में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले उसने 2010 में आठ टेस्ट मैच जीते थे। करुण नायर को मैन ऑफ द मैच और पूरी सीरीज में रनों का अंबार लगाने वाले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (655 रन) को मैन ऑफ द सीरीज का खिताब मिला। चेन्‍नई टेस्‍ट में जीत के साथ ही कोहली ने कप्‍तान के तौर पर 18 टेस्‍ट में अजेय रहने का नया रिकॉर्ड भी बनाया। उन्होंने इस मामले में सुनील गावस्‍कर को पीछे छोड़ दिया जिनकी कप्तानी में 1985-87 तक टीम इंडिया 17 मैचों में अपराजेय रही थी।

इंग्लैंड की टीम लगातार दूसरे मैच में पहली पारी में 400 रन बनाने के बावजूद भारत के हाथों हार झेलने वाली दूसरी टीम भी बन गई। इससे पहले 2010 में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ ही लगातार दो मैच इसी तरह से गंवाए थे। पांचवें दिन के हीरो रहे रविंद्र जडेजा ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए 48 रन देकर सात विकेट लिए। इसके अलावा उन्होंने तीन कैच भी लपके। जडेजा ने एक मैच में भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और 154 रन देकर दस विकेट लिए। पांच टेस्ट मैच की सीरीज का पहला मुकाबला राजकोट में खेला गया था जो ड्रॉ रहा था। विशाखापटनम टेस्ट में भारत ने 246 रन से जीत दर्ज की थी। मोहाली में भारत ने इंग्लैंड को आठ विकेट से हराया और मुंबई टेस्ट में विराट सेना ने एक पारी और 36 रन से इंग्लैंड पर जीत दर्ज की थी।

चेन्नई में खेले गए अंतिम टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और पहली पारी में 477 रन का स्कोर खड़ा किया था। पहली पारी में इंग्लैंड की ओर से मोइन ने 146 रन, जो रूट ने 88 रन, जॉनी बेयरस्टो ने 49 रन, डॉसन ने 66 (नाबाद) और राशिद ने 60 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारत ने अपने टेस्ट इतिहास का सबसे बड़ा 759 रन का विशाल स्कोर बनाया और दूसरी पारी में इंग्लैंड को 282 रन की चुनौती दी। लेकिन खेल के पांचवें दिन इंग्लैंड की पूरी टीम 207 रन पर आउट हो गई। इस मैच में भारत की तरफ से करुण नायर ने तिहरा शतक लगाकर इतिहास रचा। राहुल और नायर के अलावा भारत की इस रिकॉर्ड पारी में रविचंद्रन अश्विन (67) और रवींद्र जडेजा (51) का अहम योगदान रहा। तीसरा टेस्ट मैच खेल रहे नायर का यह पहला टेस्ट शतक था और पहले शतक के तौर पर तिहरा शतक लगाने वाले वह दुनिया के तीसरे और भारत के पहले बल्लेबाज बन गए हैं।

जडेजा का जलवा

खेल के आखिरी दिन इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टर कुक (3) और कीटन जेनिंग्स (9) ने पारी को चौथे दिन के स्कोर 12 रन से आगे बढ़ाया। दोनों ने अच्छी बल्लेबाजी की और लंच तक कोई विकेट नहीं गिरा। इस समय तक इंग्लैंड ने 97 रन बना लिए थे लेकिन लंच के बाद रवींद्र जडेजा की फिरकी ने ऐसा कमाल दिखाया की एक के बाद एक इंग्लैंड का बल्लेबाज आउट होता गया। इंग्लैंड ने जल्दी ही तीन विकेट खो दिए। कप्तान कुक 49 के स्कोर पर आउट हुए और जेनिंग्स ने 54 रनों की पारी खेली। इंग्लैंड को पहला झटका 103 रन पर लगा। कप्तान कुक हाफसेंचुरी से एक रन से चूक गए और जडेजा की गेंद पर लोकेश राहुल को कैच थमा बैठे। इस सीरीज में कुक छठी बार जडेजा के शिकार बने।

इंग्लैंड को दूसरा झटका 110 रन पर कीटन जेनिंग्स के रूप में लगा। जेनिंग्स 54 रन बनाकर जडेजा की गेंद पर उन्हीं को कैच थमा बैठे। 126 के स्कोर पर इंग्लैंड का तीसरा विकेट गिरा। जो रूट 6 रन बनाकर जडेजा का तीसरा शिकार बने। 129 रनों पर जॉनी बेयरस्टो के रूप में चौथा विकेट गंवाया। बेयरस्टो इशांत शर्मा की गेंद पर रविंद्र जडेजा को कैच थमा बैठे थे। इसके बाद जडेजा ने मोइन अली को पवेलियन का रास्ता दिखाया। अली 44 रन बनाकर जडेजा की गेंद पर अश्विन को कैच थमा बैठे। चायकाल तक इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट पर 167 रन हो गया। चायकाल के बाद जडेजा ने फिर करिश्माई गेंदबाजी की। 192 के स्कोर पर विकेट झटकते हुए जडेजा ने अपने विकेटों की संख्या चार कर ली। 193 रन पर छठे विकेट के रूप में 23 रन पर खेल रहे बेन स्टोक्स को जडेजा ने तिहरा शतक जड़ने वाले करुण नायर के हाथों कैच करा दिया। फिर लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने लियाम डॉसन को बोल्ड कर इंग्लैंड को सातवां झटका दिया। इस समय इंग्लैंड का स्कोर 196 रन था। आठवें विकेट के रूप में जडेजा ने उमेश यादव की गेंद पर आदिल राशिद का सीधा कैच लेने में कोई गलती नहीं की। नौंवे और दसवें विकेट के रूप में जडेजा ने ब्राड और बॉल को पवेलियन भेजकर भारतीयों को जीत के जश्न में डुबो दिया। जोस बटलर ने 50 गेंद खेली और नाबाद छह रन बनाए।

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