शेवरले भारत में नहीं बेचेगी कारें, करेगी सिर्फ निर्यात

अमेरिका की दिग्गज कार कंपनी जनरल मोटर्स अब भारत में अपनी कारें नहीं बेचेगी। कंपनी ने इस साल के अंत तक घरेलू बाजार में कारों की बिक्री बंद करने की घोषणा की है। कंपनी यहां शेवरले ब्रांड की कारें बेचती है। जनरल मोटर्स इंडिया ने कहा है कि अब वह भारतीय प्लांट में निर्मित कारों का सिर्फ निर्यात करेगी। हालांकि कस्टमर सेंटर सपोर्ट अपना काम करते रहेंगे और शेवरले की गाड़ियों पर दी गई वारंटी जारी रहेगी। गाड़ियों के सभी पुर्जे भी बाजार में उपलब्‍ध रहेंगे। हालांकि इस बात की सूचना नहीं दी गई है कि ये सब कब तक जारी रहेगा।
जनरल मोटर्स इंटरनेशनल के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट स्टीफन जैकब ने बताया, “हमने हर पहलू पर बातचीत की और हमें यह बात समझ में आ गई कि घरेलू बाजार में लंबे समय तक प्रॉफिट हासिल करना मुश्किल होगा। कंपनी ने भारत में निवेश की जो योजना बनाई थी उस हिसाब से रिटर्न नहीं मिल रहा है। हमें अपने शेयरधारकों के हितों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लेना पड़ा।”
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ग्राहकों की उम्मीदों पर नहीं उतरी खरी
एक तरफ कारों का घरेलू बाजार नौ फीसदी की रफ्तार से बढ़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ जनरल मोटर्स भारतीय ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने में नाकाम रही है। बिक्री घटने की वजह से कंपनी की बाजार हिस्सेदारी घटकर एक फीसदी रह गई है जो पहले 1.17 फीसदी थी। वित्त वर्ष 2014-15 में शेवरले ने जहां घरेलू बाजार में 51 हजार 839 गाड़ियां बेचीं, वहीं वित्त वर्ष 2015-16 में ये आंकड़ा घटकर 32 हजार 540 रह गया। 2016-17 में कंपनी की बिक्री 21 फीसदी घटकर 25 हजार 823 यूनिट ही रह गई। यही वजह है कि कंपनी को यह फैसला लेना पड़ा।
भारतीय प्लांट में होता रहेगा निर्माण
दूसरी तरफ कंपनी का भारत से होने वाला निर्यात करीब दोगुना हो गया है इसलिए उसने निर्यात पर ही फोकस करने का फैसला किया है। इस साल 31 मार्च तक कंपनी का निर्यात 16 फीसदी बढ़कर 83 हजार 368 यूनिट हो गया। जीएम भारत से मुख्य रूप से मैक्सिको और लैटिन अमेरिकी देशों को निर्यात करती है। कंपनी का महाराष्ट्र स्थित तालेगांव असेंबली प्लांट एक्सपोर्ट हब के रूप में काम करेगा और यहां नए मॉडलों का विकास होता रहेगा। इस प्लांट की उत्पादन क्षमता 1.30 लाख कार सालाना है।  वहीं गुजरात का हल्लोल प्लांट चीन की ज्वाइंट वेंचर कंपनी को बेचने की जीएम इंडिया योजना बना रही है। हल्लोल प्लांट में उत्पादन अप्रैल में ही बंद हो चुका है। वहीं बेंगलुरु का अॉपरेटिंग सेंटर पहले की तरह जारी रहेगा।
भारत में जीएम की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार शेवरले बीट रही। इसके अलावा स्पार्क, सेल, युवा, इन्जॉय, क्रूज, ट्रेलब्लेजर जैसी कारों ने भी घरेलू बाजार पर कुछ असर डाला।

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