अाेपिनियन पाेस्ट
जेडीयू के पूर्व सासंद शरद यादव ने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को ‘डूबता जहाज’ बताया है। उन्होंने कहा कि शिवसेना के बाद टीडीपी ने भी एनडीए का साथ छोड़ दिया है। जल्द ही एनडीए में कोई सहयोगी नहीं रहेगा। महागठबंधन को लेकर अखिलेश यादव से बातचीत के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ पर कई आरोप लगाए हैं। पूर्व सांसद ने योगी पर असंवैधानिक भाषा उपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘साल 2019 के लोकसभा चुनाव में लोग उन्हें वास्तविकता दिखा देंगे।’ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मतभेद के चलते पार्टी से अलग शरद यादव ने कहा कि वह भारत का संविधान के बचाने के लिए देशभर का दौरा कर रहे थे, ताकि महागठबंधन का खाका तैयार किया जा सके। पत्रकारों के एक सवाल के जवाब ने शरद यादव ने कहा कि वह जल्द ही बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात करेंगे।

इस दौरान शरद यादव ने मोदी सरकार पर वादा खिलाफी का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘किसानों की आत्महत्या बढ़ती जा रही हैं। करीब 26 हजार किसान और 500 बेरोजगार युवा आत्महत्या कर चुके हैं। नोटबंदी से करोड़ों लोगों की नौकरियां चलीं गईं। व्यापारियों का धंधा चौपट हो गया। खेती बर्बाद हो गई। लेकिन यहां के मुख्यमंत्री मंदिरों के चक्कर लगा रहे हैं। लव जिहाद को मुद्दा बनाया जा रहा है। जातिवाद को बढ़ावा योगी प्रशासन में दिया गया।’ बता दें कि इससे एक दिन शरद यादव ने अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। इसपर सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, ‘दोनों के बीच विभिन्न मुद्दों पर करीब एक घंटा बातचीत हुई। इसमें मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ संविधान बचाने के लिए सभी पार्टियों के एक साथ आने को लेकर भी बातचीत की गई।’

गौरतलब है कि 23 मार्च को राज्य सभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव ने अपने सभी विधायकों को बुधवार के दिन डिनर पर बुलाया है। सपा के पास वर्तमान में 47 विधायक हैं लेकिन पिता नरेश अग्रवाल के भाजपा में शामिल होने के चलते उनके बेटे नितिन अग्रवाल का वोट पार्टी के पक्ष में जाने की उम्मीदें काफी कम हैं। यूपी में विधायकों की संख्या को देखते हुए सपा को अपने उम्मीदवार जया बच्चन को राज्य सभा भेजने के लिए 37 वोटों की जरूरत होगी जबकि सपा अन्य वोट बसपा उम्मीदवार भीव राव आंबेडकर को देने के लिए तैयार है।