ओपिनियन पोस्ट ।
भारतीय सेना ने गजब का पराक्रम दिखाते हुए सोमवार को दोलांज उरी सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ कर रहे पांच आतंकियों को मार गिराया । एक तरफ सेना ने पांच आतंकियों को मौत के घाट उतारा था, तो वहीं दूसरी तरफ उरी में ही सेना ने 7 पाकिस्तानी सैनिकों को भी मौत के घाट उतार दिया। पाकिस्तान ने भी अपने सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि कर दी है।। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, उरी के कोटली सेक्टर में भारतीय सेना ने 7 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है। यहां पर सेना पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन का जवाब दे रही थी। सैनिकों के मारे जाने से पहले ही बिपिन रावत पाकिस्तान को चेतावनी दे थी कि अगर पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर और आतंकवाद नहीं रूका तो अंजाम बहुत बुरा होगा, हम अब बर्दाश्त नही करेंगे।उरी में मारे गए पांचों आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हुए थे। इससे पहले डीजीपी एसपी वैद्य ने चार आतंकियों के मारे जाने की बात कही थी। पिछले कुछ दिनों में सेना को मिली यह बड़ी कामयाबी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई के दौरान इन आतंकियों को मार गिराया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिाकरी के अनुसार- आतंकियों से मिले हथियार और गोला-बारूद से लगता है कि उन्होंने फिदाइन हमला करने की योजना बनाई थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक एसपी वैद्य के अनुसार- जैश-ए-मोहम्मद के ये आतंकवादी दुलांजा उरी इलाके में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने इस बड़ी कामयाबी पर सुरक्षा बलों को बधाई दी।
सेना की इस कार्रवाई की कांग्रेस ने सराहना की है। पार्टी प्रवक्ता सूरजेवाला ने कहा कि अपनी जान पर खेलकर दुश्मन को करारा जवाब देने वाले भारतीय सेना के जवानों की कांग्रेस सराहना करती है। लेकिन सरकार घुसपैठ को रोकने में नाकामयाब है। ये बात हम नहीं बल्कि सेना के प्रमुख कह रहे हैं।