ओपिनियन पोस्‍ट।

भूकंप के तेज झटके से इंडोनेशिया एक बार फिर दहल उठा है, जिससे एक शख्स की मौत हो गई और कई घर ढह गए। भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7.5  दर्ज की गई है। शुक्रवार को आए इन झटकों के बाद आपदा एजेंसी ने सुनामी की चेतावनी जारी की है। दिसंबर 2004 में भी पश्चिमी इंडोनेशिया के सुमात्रा में 9.1 तीव्रता का भूकंप आया था जिससे सुनामी आने से कई देशों में 2 लाख 30 हजार लोग मारे गए थे।

लोगों से अपील की जा रही है कि समुद्र के आसपास के इलाकों को जल्द से जल्द खाली कर दें। भूकंप की तीव्रता को देखते हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं। लेकिन इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भू भौतिकी एजेंसी ने बताया कि इस बार सुनामी का कोई खतरा नहीं है।

दरअसल, इंडोनेशिया की भौगोलिक स्थिति के कारण भूकंप का खतरा हमेशा बना रहता रहता है। इंडोनेशिया पैसिफिक रिंग ऑफ फायर पर स्थित है, जहां नियमित रूप से भूकंप आते रहते हैं। इससे पहले सुलावेसी के दक्षिण-पश्चिम में सैकड़ों मील दूर स्थित लंबोक द्वीप पर आए कई भूकंपों में सैकड़ों लोगों की मौत हुई थी।

अगस्त में डोनेशिया के लोमबोक द्वीप पर भी भूकंप आया था, जिसमें 555 से ज्यादा लोग मारे गए थे और करीब डेढ़ हजार लोग घायल हो गए थे। सैकड़ों लोग बेघर हो गए थे। लोमबोक द्वीप के इलाके में 5 अगस्त को 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था और इसके बाद 500 से ज्यादा भूकंप के ऑफ्टर शॉक आए थे। 9 अगस्त को 5.9 तीव्रता का झटका आया था।

इंडोनेशिया ‘रिंग ऑफ फायर’ यानी लगातार भूकंप और ज्वालामुखीय विस्फोटों की रेखा पर स्थित है। यह रेखा प्रशांत महासागर के लगभग पूरे हिस्से को घेरती है। दुनिया के आधे से ज़्यादा सक्रिय ज्वालामुखी इसी रिंग ऑफ फायर का हिस्सा हैं।

भूकंप से लोगों में दहशत बनी हुई है। भूकंप इतना तेज था कि इमारतें हिलती दिखाई दीं। अमेरिकी भूगर्भ सर्वे ने बताया कि डोंग्गाला के मध्य सुलावेसी कस्बे के उत्तर में 30 किलोमीटर दूर करीब 18 किलोमीटर की गहराई में इसका केंद्र था।

डोंग्गाला निवासी फिकरी ने फोन पर बताया कि वह घर बाहर निकल आया लेकिन उसके घर के आसपास दहशत का माहौल नहीं था। उन्होंने बताया कि उनके घर का सामान हिल डुल रहा था और भूकंप के कारण दीवार में दरारे आयी है। उन्होंने बताया कि पिछले हफ्ते भी हमने तीव्र भूकंप महसूस किया था, इसलिए इस बार भय का माहौल नहीं था।

चाइना ग्लोबल टीवी नेटवर्क के अनुसार,  इंडोनेशिया में एक घंटे पहले वहां 6.1 तीव्रता वाला भूकंप आया था, जिस कारण कई घर ढह गए। पहले आए भूकंप से एक की मौत हो गई और कम से कम 10 लोग घायल हो गए।