नई दिल्ली।
थोड़ी सी असावधानी जीवन पर कितना भारी पड़ सकती है, इसका ज्वलंत उदाहरण है कोहाट एन्क्लेव का आग हादसा। इस हादसे में एक ही परिवार के सभी चार सदस्यों की मौत हो गई। आग बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर लगे इलेक्ट्रिक मीटर से शुरू हुई।
घटना राजधानी दिल्ली के प्रीतमपुरा इलाके के पास कोहाट एन्क्लेव की है जहां बृहस्पतिवार देर रात एक फ्लैट में लगी आग ने पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया। पति-पत्नी और उनके 2 बच्चों की आग की चपेट में आकर मौत हो गई।
आग लगते ही फर्स्ट फ्लोर पर रहने वाला नागपाल परिवार इसकी चपेट में आ गया और परिवार के मुखिया राकेश, उनकी पत्नी टीना, बेटा हिमांशू (7 ) और बेटी श्रेया (3) साल की मौत हो गई।
आग बुझाने पहुंचे दमकलकर्मियों ने 3 लोगों को आग से बचाया और झुलसे लोगों को रोहिणी के अम्बेडकर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। जिन तीन लोगों को दमकल कर्मियों ने बाहर निकाला, इनके नाम सरबजीत (91), ऐश्वर्या राय (26) और नीतू (54) हैं। घटना के समय तीनों बिल्डिंग में ही फंसे रह गए थे।
दमकल की 8 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक आग काफी विकराल रूप लेकर तबाही मचा चुकी थी। हादसे में बिल्डिंग में खड़ी गाड़ियां भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
बिल्डिंग के गार्ड ने आग देख कर पूरी बिल्डिंग की घंटियां बजा दीं जिससे सुनकर पूरी बिल्डिंग के लोग नीचे आ गए, लेकिन नागपाल परिवार नीचे नहीं आ पाया।
दिल्ली फायर सर्विस की टीम ने नागपाल परिवार के चार सदस्यों की लाशें सीढ़ियों के पास से बरामद की हैं। इन चारों की मौत दम घुटने से हुई है।
दुर्घटना की जांच पुलिस कर रही है। मृतकों की पहचान घर के मुखिया राकेश, उसकी पत्नी टीना, 7 वर्षीय दिव्यांशु और 3 साल की श्रेया के रूप में की गई है। राकेश नागपाल का चांदनी चौक में कपड़े का बिजनेस था और यहां पर बिल्डिंग नंबर 484 में उन्होंने अपना फ्लैट खरीद लिया था और परिवार के साथ रह रहे थे।
पड़ोसियों की मानें तो दिल्ली फायर सर्विस की टीम समय से मौके पर आ जाती तो हादसा इतना भयानक नहीं होता। बिल्डिंग की पार्किंग में खड़ी 5 गाड़ियां और 10 बाइक भी जल गईं। लाशों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।