मुंबई में बॉम्बे हाउस के बाहर टाटा मोटर्स से हटाए गए चेयरमैन साइरस मिस्त्री की फोटो लेने के दौरान वहां फोटोग्राफर्स से मारपीट की खबर है। बताया जा रहा है कि टाटा ग्रुप के मुख्यालय बॉम्बे हाउस में मिस्त्री यहां समूह की कंपनी इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड की बोर्ड बैठक में भाग लेने आए थे।

जैसे ही वह मुख्यालय पहुंचे फोटोग्राफर उनकी फोटो लेने के लिए तय घेरे से आगे चले गए। इस पर वहां मौजूदा सुरक्षाकर्मियों से उनकी धक्कामुक्की हो गई। इस दौरान तीन फोटोग्राफर चोटिल हुए। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप से हालात पर काबू पाया गया। चार सुरक्षाकर्मियों और तीन फोटोग्राफर्स की चिकित्सकीय जांच करवाई गई।

इस बीच लंदन से मिले एक समाचार के अनुसार टाटा समूह के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा ब्रिटेन में कंपनी के इस्पात कारोबार को समूह के साथ बनाए रखना चाहते हैं और इस बारे में कोई फैसला चार सप्ताह में कर लिया जाएगा। गार्डियन अखबार ने इस बारे में एक रपट प्रकाशित की है। इसमें सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि रतन टाटा, ब्रिटेन में कंपनी के इस्पात कारोबार को समूह में ही बनाए रखना चाहते हैं।

टाटा संस और मिस्त्री के बीच मामला अभी गर्म है और टाटा समूह और साइरस मिस्त्री की तरफ से आरोपों का अदान-प्रदान भी चल रहा है।रतन टाटा कह चुके हैं कि साइरस मिस्त्री को हटाना समूह की भलाई के लिए जरूरी हो गया था और साइरस मिस्त्री टाटा-डोकोमो मामले की जिम्मेवारी के लिए रतन टाटा और टाटा बोर्ड के मेंबर्स को भी बता चुके हैं। साइरस मिस्त्री को हटाने के बाद मिस्त्री इस फैसले को पलटवा ना सकें इसके लिए टाटा समूह ने कुछ अदालतों में कैविएट भी दाखिल कर दी थी।

इस मामले पर टाटा समूह ने खेद व्यक्त करते हुए कहा है कि कंपनी इस मामले पर शर्मिंदा है और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के आने के दौरान फोटोग्राफर्स के साथ जो धक्कामुक्की हुई उसके लिए कंपनी माफी मांगती है। हम प्रेसवालों और उनके परिवारों से इस घटना के लिए माफी मांगते हैं और भरोसा दिलाते हैं कि इस तरह की घटना आगे नहीं होगी।

बता दें कि बॉम्बे हाउस टाटा ग्रुप का मुख्यालय है। 2 हफ्ते से टाटा ग्रुप में भारी उठापठक चल रही है जो पिछले सोमवार को साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाने के बाद शुरू हुई है। साइरस मिस्त्री को हटाने के बाद रतन टाटा ने दोबारा टाटा समूह की बागडोर संभाल ली थी।