स्टार महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने गुरुवार को 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में 48 किलोग्राम वर्ग में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया। मणिपुर की चानू ने इस स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन किया और अपने प्रतिद्वंद्वियों को आस-पास भी फटकने नहीं दिया। चानू ने एक साथ राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड और गेम रिकॉर्ड अपने नाम किए। इससे पहले पुरुष वेटलिफ्टर गुरुराजा पुजारी ने 56 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर जीत कर भारत के लिए पदकों का खाता खोला।

पहले दिन भारत के दो पदकों की कामयाबी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बॉलीवुड, खेल की दुनिया सहित और कई क्षेत्रों के दिग्गजों ने सोशल मीडिया पर साझा किया और खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर बधाई देते हुए कहा, ‘साइखोम मीराबाई चानू को # गोल्डकोस्ट 2018 में भारत का पहला स्वर्ण पदक और कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन रिकॉर्ड कायम करने पर बधाइयां। भारत उनकी उपलब्धियों पर खुश है।’ मोदी ने एक अन्य ट्वीट में गुरुराजा को भारत के लिए पहला पदक (रजत पदक) जीतने पर भी बधाई दी। बधाई देने वालों में महानायक अमिताभ बच्चन, क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग सहित कई दिग्गज शामिल हैं।

चानू ने स्नैच में 86 का स्कोर किया और क्लीन एंड जर्क में 110 स्कोर करते हुए कुल 196 स्कोर के साथ स्वर्ण अपने नाम किया। स्नैच और क्लीन एंड जर्क दोनों में चानू का यह व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उन्होंने साथ ही दोनों में राष्ट्रमंडल खेल का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है।

गुरुराज पुजारी
गुरुराजा पुजारी

2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के सुखन डे ने 56 किग्रा (मेंस) कैटेगरी में गोल्ड जीता था। उन्होंने कुल 248 किग्रा का वजन उठाया था। इस बार गुरुराजा कुल 249 किग्रा का वजन उठाने के बाद भी सिल्वर मेडल ले पाए। बता दें कि गुरुराजा कर्नाटक के रहने वाले हैं और उनके पिता ट्रक चलाते हैं। आर्थिक रूप से कमजोर होने के बाद भी उनके परिवार ने उन्हें वो हर चीज दिलाई, जो उनके इस गेम को बेहतर बनाने के लिए जरूरी थी।

गुरुराजा पुजारी ने टोटल 249 किग्रा का वजन उठाया। 25 साल के गुरुराजा पुजारी ने 56 किलोग्राम (मेंस) कैटेगरी में कुल 249 किग्रा (स्नैच में 111 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 138 किग्रा) वजन उठाया।

गुरुराजा ने स्नैच की पहली कोशिश में 107 किग्रा भार उठाया। फिर उन्होंने 111 किग्रा भार उठाने की कोशिश की, लेकिन फाउल कर गए। तीसरी कोशिश में उन्होंने 111 किग्रा भार उठाया।