लोकसभा में सोमवार को वाईएसआर कांग्रेस और तेलुगू देशम पार्टी मोदी सरकार के खिलाफ अपना अविश्वास प्रस्ताव लाने पर जोर दे रही थी। लेकिन संसद के कामकाज में गतिरोध दूर होने के कोई संकेत नजर नहीं आ रहे। भारी हंगामे के बाद सदन के कामकाज को मंगलवार तक के लिए रोक दिया गया।

दरअसल,, आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने से ये दोनों पार्टियां नराज हैं। इसी मुद्दे पर शुक्रवार को टीडीपी केंद्र की सत्ताधारी एनडीए से अलग हो गई।

सांसदों का हंगामा थमते न देख स्पीकर ने लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी। बता दें कि बारह बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरु हुई जिसके बाद  केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा है कि सरकार चाहती है कि सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर सदन में चर्चा के लिए तैयार है। स्पीकर ने सदन को बताया कि उन्हें सदन में अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस मिले हैं लेकिन जब तक सदन ऑर्डर में नहीं होता तब तक वह समर्थन करने वाले सदस्यों की गिनती नहीं कर सकतीं। स्पीकर ने वेल में हंगामा कर रहे सांसदों से अपनी सीट पर वापस जाने की अपील की। अलग-अलग मांगों को लेकर टीडीपी, टीआरएस, वाईएसआर कांग्रेस के सांसद वेल में हंगामा कर रहे हैं।