चीन अब भारत के बैंकिंग सिस्टम में भी अपने पांव पसारेगा। सरकारी बैंक ऑफ चाइना को भारत में ब्रांच खोलने की मंजूरी मिल गई है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि रिजर्व बैंक से लाइसेंस मिल गया है। चीनी मोबाइल फोन भारत के बाजारों में दबदबा बना चुके हैं। पेमेंट बैंक पेटीएम में चीनी कंपनी अलीबाबा की बड़ी हिस्सेदारी है और अब बैंकिंग सेक्टर में भी चीन का आना तय हो गया है।

भारत के बिजनेस में चीन की हिस्सेदारी बढ़ती जा रहा है। भारत का व्यापार भी चीन के पक्ष में एकतरफा झुका हुआ है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बैंक ऑफ चाइना को आरबीआई से लाइसेंस दिलाने का वादा किया था। पिछले महीने चीन के क्विंगदाओ में हुई शंघाई सहयोग संगठन की शिखर बैठक के दौरान यह वादा किया गया था।

एशिया के कई देशों में मौजूदगी के बावजूद भारत में अब तक इसकी कोई ब्रांच नहीं थी। लेकिन अब आरबीआई के फैसले के बाद चीन का यह बैंक भारत में भी काम कर पाएगा।