ओपिनियन पोस्‍ट 
बक्सर के डुमरांव में शुक्रवार दोपहर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। पथराव में एसडीओ प्रमोद कुमार, डुमरांव थाना प्रभारी सुबोध कुमार, मुख्यमंत्री के गार्ड और तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। बक्सर के डीएम अरविंद वर्मा की गाड़ी पर भी पथराव हुआ। इसमें गाड़ी का शीशा टूट गया। हालांकि कुछ ही देर के बाद स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया। अभी सीएम नीतीश कुमार की नंदन गांव से 3 किमी दूर डुमरांव बीएमपी 4 में सभा हो रही है। मुख्यमंत्री भाषण दे रहे हैं।

क्या था मामला : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना से सुबह 10:00 बजे बक्सर के लिए निकले थे। 12.35  बजे वे बक्सर पहुंचे।वहां डुमरांव कृषि कॉलेज में कृषि कुंवर सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री का काफिला डुमरांव से 6 किलोमीटर दूर नंदन गांव पहुंचा। मुख्यमंत्री तीसरे चरण की समीक्षा यात्रा के क्रम में नंदन गांव पहुंचे थे। मुख्यमंत्री का काफिला गांव के दूसरे टोले में था। वहां विकास कार्यों की समीक्षा कर जब सीएम जाने लगे तो दूसरे टोले के दलित बस्ती के लोगों ने पथराव कर दिया। गांव में 5 टोले हैं। इन्हीं में से एक टोले में दलित बस्ती है। दलित इस बात से आक्रोशित हो गए कि CM उनके टोले में नहीं पहुंचे जहां विकास कार्य नहीं हो पाया है।

मिनट टू मिनट बदलता रहा सीएम का कार्यक्रम 

विकास समीक्षा यात्रा के तहत कैमूर पहुंचे मुख्यमंत्री का कार्यक्रम मिनट टू मिनट बदलता रहा। पहले यह तय था कि सीएम हेलीकॉप्टर से आएंगे, फिर  गुरुवार की शाम में तय हुआ कि वे सड़कमार्ग से आएंगे। इसकी सूचना आने पर जिला प्रशासन का मिनट टू मिनट कार्यक्रम फिर से बदलना पड़ा।

शुक्रवार को अचानक 10 बजे फिर तय हुआ कि सीएम हेलीकॉप्टर से आएंगे, आनन फानन में हेलिपैड सजाया गया। गार्ड ऑफ़ हॉनर देने की व्यवस्था की गई तब तक 2 बजे फिर वायरलेस आया कि नही सीएम सड़क मार्ग से आएंगे। फिर क्या था सायरन बजती डीएम और एसपी की गाड़ी बक्सर और कैमूर की सीमा के लिए निकल पड़े। गार्ड ऑफ ऑनर का स्थान भी बदल दिया गया। अस्पताल परिसर में आकर गार्ड ऑफ ऑनर की व्यवस्था की गई।