मेरठ।

उत्‍तर प्रदेश विधान सभा का चुनाव विभिन्‍न राजनीतिक दलों के नेताओं के लिए प्रतिष्‍ठा का प्रश्‍न बन जाने से वे जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत झोंक दे रहे हैं। कोई नेता पदयात्रा पर निकल पड़ा है तो कोई रोड-शो के जरिये रोड की शोभा बढ़ा रहा है। शुक्रवार को मेरठ में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की पदयात्रा का कार्यक्रम था तो आगरा में अखिलेश और राहुल गांधी की जोड़ी रोड शो के लिए निकली थी। लेकिन मेरठ के जिस क्षेत्र में बृहस्‍पतिवार को कारोबारी की हत्या की गई, वह अमित शाह की पदयात्रा के मार्ग में ही पड़ता है।

दरअसल, शोक जताने के लिए पदयात्रा बीच में ही रोक दी गई, लेकिन सपा और कांग्रेस को घेरने के लिए अमित शाह को लगे हाथ एक मौका मिल गया। उन्‍होंने राज्य की सपा सरकार पर निशाना साधा और कहा,  ‘राज्य में कानून-व्यवस्था का बुरा हाल है। राहुल और अखिलेश पर कटाक्ष करते हुए शाह ने कहा,  ‘हमें उम्मीद है कि दोनों शहजादे जब प्रेस कांफ्रेस करेंगे तो इन सवालों का जवाब जरूर देंगे।’

अमित शाह ने इसके साथ ही यूपी के हर कॉलेज में एंटी-रोमियो दस्ता बनाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा, ‘हर कॉलेज में एंटी-रोमियो दस्‍ता बनाया जाएगा,  जिससे हमारी बच्चियां सुरक्षित रहें। मेरठ में अमित शाह ने कांग्रेस और सपा पर करारा हमला बोला और कहा कि दोनों शहजादे यूपी का विकास नहीं कर सकते। बीजेपी अध्यक्ष सपा-कांग्रेस में चुनाव पूर्व हुए गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा, ‘एक ने देश को लूटा और दूसरे ने प्रदेश को लूटा है और अब ये दोनों मिलकर यूपी को लूटना चाहते हैं।’

अमित शाह ने यहां किसानों के लिए कई वादे भी किए। उन्होंने कहा, ‘हमने छोटे किसानों को ब्याज मुक्त कर्ज देने का फैसला किया है। इसके साथ ही हमारी सरकार बनते ही 120 दिनों के अंदर गन्ना किसानों को बकाया भुगतान कर दिया जाएगा।’

इससे पहले, आज होने वाली अमित शाह की पदयात्रा का रूट अंतिम समय में बदल दिया गया। दरअसल इस यात्रा के रूट में ही लुटेरों ने एक व्यापारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी,  इसी वजह से रूट में यह बदलाव किया गया है।

हत्या की इस वारदात को लेकर सपा सरकार पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, बीजेपी चाहती है कि यूपी रोजगार के लिए नंबर 1 बने,  लेकिन सपा ने प्रदेश को हत्या में नंबर एक बना दिया है। कल मेरठ के अंदर भरे बाजार में एक निर्दोष युवा को मौत के घाट उतार दिया गया। बीच बाजार में 25-30 गोलियां चल जाती हैं,  4 व्यापारी घायल हो जाते हैं, लेकिन अखिलेश यादव के कान पर जूं नहीं रेंगती।