अजय विद्युत।
यूपी में भाजपा सरकार बनने के बाद दो हफ्ते के भीतर ही बहुत कुछ बदल गया है। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि सरकार कुछ ऐसे काम करेगी जिनसे हिंदुत्ववादी शक्तियों को बढ़ावा मिलेगा और मुसलमानों में एक प्रकार का भय पैदा होगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बहुत ही प्रतिबद्धता के साथ जो शुरुआती कदम उठाए हैं या फैसले लिए हैं, चाहे वे अवैध बूचड़खाने बंद कराने के हों या फिर महिलाओं से छेड़खानी की घटनाएं रोकने के लिए एंटी रोमिया स्क्वायड बनाने के, वे सब आमजन को राहत पहुंचाने वाले हैं। हालांकि शुरुआत में इनके अमल को लेकर एक हल्का सा विरोध भी हुआ लेकिन सरकार तुरंत सजग हो गई और अब जनता सरकार के इन्हीं कदमों की प्रशंसा कर रही है। ये कहना है वरिष्ठ पत्रकार रतन मणि लाल का।
रतन मणि कहते हैं कि खासतौर पर स्वच्छता को लेकर सरकार ने जो तत्परता दिखाई है उस पर जनता का रेस्पांस काफी अच्छा है। लोग खुद भी अब सफाई पर ध्यान दे रहे हैं। सरकार की पहल पर उत्तर प्रदेश सचिवालय में अफसरों ने झाड़ू पकड़कर जब इस अभियान की शुरुआत की थी तो लगा था कि यह एक दिखावटी कवायद है लेकिन जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली से साफ हो गया कि यह अभी जारी रहने वाला अभियान है। ऐसे ही सरकारी अफसर टाइम पर ऑफिस आने लगे हैं।
अभी यह कहना बहुत जल्दबाजी होगी कि क्या यह मोमेंटम आगे साल दो साल तक इसी प्रकार जारी रह पाएगा या नहीं। ऐसा इसलिए कि पिछली सरकारों के दौरान भी ऐसा होता था कि दस बजे कार्यालय गेट पर ताले लगा दिए जाते थे, मंत्री हाजिरी रजिस्टर की जांच करते थे। समय पर न आने वाले गैरहाजिर कर दिए जाते थे।
फिर महीने भर बाद ही पुराना रवैया बदस्तूर जारी हो जाता था। लेकिन अभी तक मिले संकेतों से तो यही लगता है कि अफसरों को ऑफिस में पर्याप्त समय देना ही होगा और समय पर कार्यालय आना ही होगा। प्रदेश की जनता में योगी सरकार के इस कदम को लेकर भी बहुत उत्साह है।