ओपिनियन पोस्‍ट ।
लंबे इंतजार और कयासों के बाद यूपी के नए डीजीपी के रूप में ओपी सिंह ने आज अपना पदभार ग्रहण कर लिया। पद संभालने के बाद ओपी सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यूपी का डीजीपी बनना मेरे लिए बहुत गर्व की बात है। लखनऊ में हो रही ताबड़तोड़ डकैती पर बोलते हुए कहा कि समाज में अपराध होते रहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे सामने बहुत चुनौतियां है। इन चुनौती का सामना करने के लिए हमारे पास हैं अच्छे ऑफिसर मौजूद है।

डीजीपी ने कहा कि महिलाओं, कमज़ोर वर्ग के लोगों को सुरक्षा देना उनकी पहली प्राथमिकता में शामिल में रहेगा। उन्होंने दावा किया कि पिछले कुछ समय से यूपी में कानून व्यवस्था बेहतर हुई है। पद ग्रहण करने के बाद डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि अपराधी सामने आएंगे, गोली चलाएंगे तो पुलिस उनसे निपटेगी।

उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता अपराधी को गिरफ्तार करना है। हम चाहेंगें पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था लागू हो। उन्होंने पद्मावत के विरोध पर कहा कि सही समय पर सही कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से यूपी में कानून व्यवस्था अच्छी हुई है। पुलिस की सर्विस, रिस्पांस टाईम को हम सुधारेंग।

आपको बता दें कि 1983 बैच के आईपीएस ओमप्रकाश सिंह बिहार के रहने वाले हैं। उनके पास उत्तर प्रदेश में काम करने का अनुभव रहा है। वह मुरादाबाद, लखीमपुर खीरी, बुलंदशहर, अल्मोड़ा, लखनऊ, इलाहाबाद में बतौर एसएसपी रह चुके हैं। लखनऊ के तो वो 3 बार एसएसपी रह चुके हैं।

इसके अलावा आजमगढ़ और मुरादाबाद के डीआईजी और मेरठ जोन के आईजी के रूप में भी कार्यभार संभाल चुके हैं। दरअसल योगी सरकार को एक ऐसे पुलिस अधिकारी की जरूरत थी जो 2019 तक पुलिस विभाग की काम संभाल सके। इस लिहाज से ओपी सिंह बेहद फिट बैठते हैं।