पुर्तगाल के पूर्व प्रधानमंत्री रहे एंटोनियो गुटेरेश 2017 में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव होंगे। गुटेरेश 2017 में बान की मून की जगह लेंगे। किसी महिला के संयुक्त राष्ट्र महासचिव बनने की चर्चा के बीच गुटेरेश का नाम निर्विवाद रहा। मतदान में 10 उम्मीदवार शामिल रहे। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र संघ के मौजूदा महासचिव बान की मून 10 साल तक प्रमुख रहने के बाद जनवरी 2017 को अपना पद छोड़ रहे हैं।

कौन हैं गुटेरेश?

गुटेरेश पेशे से कारोबारी हैं, इन्होंने 1976 में राजनीति में पहला क़दम रखा था। शरणार्थी संकट से जूझ रहे सीरिया, अफ़गानिस्तान जैसे देशों में गुटेरेश की भूमिका अहम रही। राजनीति में उनका क़द बढ़ता गया। एंटोनियो गुटेरेश 1992 में सोशलिस्ट पार्टी के नेता बन कर उभरे और फिर 1995 में देश के प्रधानमंत्री बने। गुटेरेश संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी संस्था यूएनएचसीआर के लिए 2005 से 2015 तक प्रमुख रहे।

कौन हैं मतदान में शामिल दूसरे उम्मीदवार।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव पद के लिए अपनी क़िस्मत आज़माने वालों में कई ख़ास उम्मीदवार शामिल रहे। इस बार महासचिव पद के 13 उम्मीदवारों में से 7 महिलाएं थीं। महिलाओं में बुलगारिया की राजनेता और संयुक्त राष्ट्र संघ के यूनेस्को की महानिदेशक 63 साल की इरीना बोकोवा, न्यूज़ीलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री और संयुक्त राष्ट्र संघ के विकास कार्यक्रम की मौजूदा प्रमुख 66 साल की हेलेन क्लार्क के नाम महत्वपूर्ण रहें।मतदान में इरीना बोकोवा चौथे स्थान पर रहीं। संयुक्त राष्ट्र महासभा के पूर्व अध्यक्ष सर्बिया के वुक जेरेमिक दूसरे नंबर और स्लोवाकिया के मीरोस्लाव लाजकैक तीसरे नंबर पर रहें।

क्या है संयुक्त राष्ट्र महासचिव को चुनने की पूरी प्रक्रिया?

सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यों ने मतदान में शामिल हुए 10 उम्मीदवारों के लिए गुप्त मतदान किया। सदस्यों को इन उम्मीदवार के लिए अपनी पसंद बताने के लिए “हां”, “नहीं” और “नहीं मालूम” के तीन विकल्प दिए गए थे। पुर्तगाल के पूर्व प्रधानमंत्री के लिए “हां” के लिए 13, और “नहीं मालूम” के लिए दो मत पड़े। संयुक्त राष्ट्र का अगला प्रमुख बनने के लिए गुटेरेश ने बुलगारिया के यूरोपीय संघ बजट कमिश्नर क्रिस्तालीना जार्जिएवा सहित नौ दूसरे उम्मीदवारों को हराया।