नई दिल्ली । आधुनिक सुविधाओं से लैस दिल्ली के केन्द्रीय कारागार तिहाड़ जेल ने हाईटेक होने की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाया है । अब तिहाड़ में कैदियों से मिलने आने वाले उनके परिजनों के लिए ‘ई-विजिटर’ सुविधा शुरू कर दी गई है।
जेल के पुलिस महानिदेशक आलोक वर्मा ने इसे लॉन्च करने के मौके पर कहा कि यह सॉफ्टवेयर तिहाड़ को हरसंभव आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की योजना का हिस्सा है। इससे कारागार में अपने लोगों से मुलाकात करने आने वालों और साथ ही कैदियों, दोनों को काफी सुविधा होगी। अब इन लोगों को अपनी बारी के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
कारावास के जनसंपर्क अधिकारी सुनील गुप्ता ने बताया कि कैदियों से मिलने रोजाना तिहाड़ में करीब पांच हजार परिजन आते हैं। अब तक कैदियों को उनके नाम के पहले अक्षर के आधार पर अंग्रेजी वर्णमाला के क्रम में सप्ताह में दो बार अपने परिजनों से मिलने की अनुमित दी जाती थी।
वर्णमाला के हर अक्षर के लिए दिन निर्धारित किया था लेकिन अब यह व्यवस्था खत्म कर दी गई है। इसके स्थान पर नयी ई- विजिटर सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इससे बाहर से आने वालें ऐसे लोगों को काफी मदद मिलेगी जिन्हें पहले मिलने के लिए एक तय दिन का इंतजार करना पड़ता था।
उन्होंने बताया कि अब कोई भी कैदी किसी भी दिन अपने-अपने परिजनों से मिलने के लिए टेलीबुकिंग के जरिए पहले से समय ले सकेगा। टेलीबुकिंग के समय कारागार के ऑपरेटर उसे यह जानकारी देंगे कि मिलने का समय कब दिया गया है। कारावास के हर सेल के कैदियों के लिए मुलाकातियों की एक निश्चित संख्या तय की गई है ताकि जेल प्रशासन को किसी तरह की असुविधा न हो।
गुप्ता ने बताया कि कैदियों को इसके अलावा परिजनों, मित्रों और वकीलों से बात करने के लिए वीडियो कान्फ्रेंसिंग सुविधा भी उपलब्ध करायी जाएगी। इसका सॉफ्टवेयर और पोर्टल तैयार कर लिया गया है। यह सुविधा जल्दी शुरु कर दी जाएगी।