इजिप्ट एयर के लापता विमान का अब तक पता नहीं लग पाया है। विमान को खोजने का अभियान दूसरे दिन भी जारी है। ये विमान भूमध्य सागर के ऊपर से ग़ायब हो गया था। ग्रीस के कार्पाथोस द्वीप के नजदीक चल रहे अभियान में ग्रीस, मिस्त्र, फ्रांस और ब्रिटेन की सेनाओं की टुकड़ियां शिरकत कर रहीं हैं। मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल-सीसी ने विमान के मलबे का पता लगाने के लिए देश के नागरिक उड्डयन मंत्रालय, सेना के खोज और बचाव केंद्र, नौ सेना और वायुसेना को सभी आवश्यक कदम उठाने का आदेश दे दिया है। फ्रांस के हवाई दुर्घटना जांच ब्यूरो ने तीन जांचकर्ताओं के साथ एक तकनीकी सलाहकार, जांच में सहयोग के लिए मिस्त्र भेज दिया है।

गुरुवार सुबह पूर्वी भूमध्यसागर के ऊपर से गुज़र रहे एजिप्ट एयर के लापता विमान का अब तक कोई सुराग़ नहीं मिला है। कई देशों के जहाज़ और विमान लापता विमान के मलबे की तलाश कर रहे हैं लेकिन अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। अमरीका ने मलबा ढूंढने के काम में मदद की पेशकश की है। अमरीकी राष्ट्रपति भवन व्हाट हाउस के प्रवक्ता जोश अर्न्स्ट ने बताया है कि लापता विमान की तलाशी के लिए अमरीकी नौसेना पी-3 ओरियन विमान भेज रही है.

इससे पहले ख़बरें आईं थीं कि लापता विमान का मलबा मिल गया है लेकिन बाद में मिस्र और ग्रीस के अधिकारियों ने बताया कि ग्रीस के कार्पाथोस द्वीप के पास समंदर में मिला मलबा लापता विमान का नहीं है।

ये विमान 56 यात्रियों और चालक दल के 10 सदस्यों के लेकर पेरिस से काहिरा जा रहा था जब भूमध्यसागर के ऊपर ये ग़ायब हो गया। ग्रीस के रक्षा मंत्री पैनोस कैमेनॉस ने बताया कि भूमध्यसागर में गिरने से पहले विमान ने दो तीखे मोड़ लिए थे। उन्होंने कहा, ”एयर बस ए320 विमान 90 डिग्री बाएं मुड़ा और फिर दाएं 360 डिग्री घूम गया.” उनके मुताबिक़ इसका मलबा क्रीट टापू के पास देखा गया है और कई देशों के पोत और विमान उसकी जांच में जुट गए हैं।

यह विमान जब रडार से ग़ायब हुआ तो वह पूर्वी भूमध्यसागर के ऊपर 37 हज़ार फ़ुट की ऊंचाई पर था। बीबीसी के अनुसार उड़ान के दौरान मौसम साफ़ था. इसलिए मौसम के कारण उड़ान में कोई व्यवधान पैदा नहीं हुआ होगा। फ्रांस के अख़बार ले फ़िगारो ने फ्रांस सीमा पुलिस के हवाले से ख़बर दी है कि जांचकर्ता चार्ल्स डे गॉल हवाई अड्डे के ग्राउन्ड क्रू सदस्यों को जांच के दायरे में ले आई हैं।

सूत्रों का कहना है कि पहले भी, कट्टरपंथी सलाफ़ी मुस्लिम लोगों पर विमान के लोडिंग और अनलोडिंग इलाक़े तक पहुंचने का शक रहा है। यात्रियों में 30 मिस्त्र के, 15 फ्रांस के, एक ब्रिटिश, दो इराक़ी नागरिकों के अलावा कनाडा, बेल्जियम, क़ुवैत, सऊदी अरब, अल्जीरिया, सूडान, चाड और पुर्तगाल के नागरिक हैं।