तमिलनाडु में थिएटर मालिकों ने सोमवार के सभी शो रद्द कर दिए हैं। इसकी वजह राज्य के करीब एक हजार थिएटर मालिकों ने जीएसटी में दूसरे शुल्कों के अलावा 30 फीसदी स्थानीय टैक्स लगाए जाने के विरोध में सोमवार से हड़ताल शुरू कर दी है।

तमिलनाडु फिल्म एग्जिबीटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अबीरामी रामनाथन के मीडिया में दिए बयान के मुताबिक थिएटर इसलिए बंद किए गए हैं क्योंकि हम 60 फीसदी टैक्स का भुगतान नहीं कर सकते।

100 रुपये से ऊपर के टिकटों पर जीएसटी के 28% टैक्स रेट के अलावा लोकल टैक्स 30 प्रतिशत लगेगा। इससे थिएटर मालिकों को करीब 60 फीसदी टैक्स देने के लिए मजबूर किया जा रहा है।

अबीरामी रामनाथन, चीफ, तमिल फिल्म चेंबर ऑफ कॉमर्स के मुताबिक नए नियम के मुताबिक, हमें सिनेमा घरों में फिल्म चलाने के लिए स्थानीय टैक्स का तुरंत भुगतान करना होगा। अब हमारे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं है, इसलिए हमने सिनेमा घरों को बंद कर दिया है।

रामनाथन का कहना है कि केवल भारत में ही थिएटर मालिकों को टिकटों की कीमत तय करने की आजादी नहीं है। थिएटर मालिकों की सरकार से अपील है कि उन्हें भी जरूरत के मुताबिक टिकट की कीमतों को बढ़ाने या कम करने का भी अधिकार दिया जाए। उन्होंने बताया कि देश में करीब 10 लाख लोग फिल्म इंडस्ट्री पर निर्भर हैं।