रियो। ब्राजील के रियो शहर में 31वें ओलंपिक खेलों का रंगारंग समापन हुआ। क्लोजिंग सेरेमनी ऐतिहासिक मारकाना स्टेडियम में हुई। पदक तालिका में भारत एक कांस्य और एक रजत पदक के साथ 67वें स्थान पर रहा। 16 दिन तक चले खेलों के सबसे बड़े मुक़ाबले में अमेरिका ने 46 स्वर्ण पदकों के साथ कुल 121 पदक जीत कर अपना दबदबा कायम रखा। ग्रेट ब्रिटेन दूसरे और चीन तीसरे स्थान पर रहा। पारंपरिक रूप से समारोह का समापन ओलंपिक ध्वज को अगले मेजबान शहर को सौंपने के साथ हुआ। अगला ओलंपिक 2020 में जापान की राजधानी टोक्यो शहर में होगा। ध्वज सौंपने के बाद ओलंपिक मशाल बुझा दी गई। रियो में ओलंपिक की तैयारियों के दौरान कई विवाद हुए। सरकार पर भ्रष्टाचार से लेकर तमाम दूसरे तरह के आरोप लगे लेकिन खेलों का आयोजन शांतिपूर्ण रहा। समापन कार्यक्रम की शुरुआत बेहतरीन रंग-बिरंगी रोशनी के बीच हुई। ओलंपिक रिंग्स और क्राइस्ट द रिडीमर का आकार बनाकर स्टेडियम में खूबसूरत नजारा पेश किया गया।

रियो ओलंपिक की समाप्ति के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओलंपिक की मेजबानी के लिए ब्राजील का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘पूरी दुनिया के लोगों का स्वागत करने और एक यादगार ओलंपिक आयोजित करने के लिए मेजबान ब्राजील के प्रति आभार।’ पीएम ने भारतीय दल को बधाई दी और कहा कि हर खिलाड़ी ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।

अमेरिकी तैराक माइकल फेल्प्स और जमैका के धावक उसैन बोल्ट ने बीजिंग और लंदन ओलंपिक की तरह ही यहां भी अपनी जबर्दस्त कामयाबी का परचम लहराया। समापन समारोह में भारतीय खिलाड़ियों के दल में सबसे आगे ध्वज लेकर साक्षी मलिक रहीं, जिन्‍होंने भारतीय टीम को पहली बार महिला कुश्ती में पदक दिलाया है।