जल्‍दी बनेगा हाईटेक एक्सप्रेस-वे

नई दिल्ली।

दिल्‍ली को वाहनों के दमघोंटू धुएं से बचाने के लिए केंद्र सरकार काफी संजीदा है। सोनीपत, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, फरीदाबाद और पलवल से होकर गुजरने वाले एक्‍सप्रेस-वे के निर्माण ने गति पकड़ ली है और उसका निर्माण कार्य पूरा होने की उम्‍मीदों की रफ्तार छह माह तेज हो गई है। यह पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पूरी दिल्ली को घेरेगा। यानी अब दमघोंटू धुआं उड़ाने वाले ट्रकों का दिल्ली से होकर गुजरने का रास्ता बंद हो जाएगा।

उधर, देश में पहली इलेक्ट्रिक टैक्सी का परीक्षण 24 मई को नागपुर में शुरू होगा। इस परियोजना के लिए महिंद्रा एंड महिंद्रा 200 टैक्सियां उपलब्ध करा रही है। परियोजना को नागपुर नगर निगम द्वारा चलाया जाएगा। यह देश में अपनी तरह की पहली परियोजना होगी।

उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने से उत्साहित सड़क परिवहन और हाइवे मंत्री नितिन गडकरी को उम्मीद है कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे मार्च 2018 की बजाय अगस्त 2017 में ही शुरू किया जा सकेगा। मतलब अब प्रोजेक्ट के 30 महीने की बजाय 24 महीनों में ही पूरा होने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस प्रोजेक्ट को 400 दिनों में पूरा करने के निर्देश दिए हैं और ये चार सौ दिन अगस्त में पूरे हो जाएंगे। स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त से इस नए पेरिफल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन की उम्मीद सरकार को भी है।

कैसा होगा यह एक्‍सप्रेस-वे

सड़क परिवहन और हाइवे मंत्री नितिन गडकरी के मुताबिक 270 किलोमीटर परिधि यानी घेरे वाले इस 6 लेन एक्सप्रेस-वे की चौड़ाई 100 मीटर होगी। इसके अलावा दोनों ओर सीमेंट के पक्के हाशिये भी होंगे। 270 किलोमीटर के इस रिंगरोड को दो हिस्सों में बांटकर बनाया गया है।135 किलोमीटर के दो हिस्से ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे हैं। इन दोनों हिस्सों का मिलन नेशनल हाई-वे 1 और 2 पर होगा। एक्सप्रेस-वे 183 किलोमीटर हरियाणा में पड़ेगा और बाकी का 87 किलोमीटर उत्तर प्रदेश में।

इस एक्सप्रेस-वे पर लगभग हर 65 किलोमीटर पर सुविधा कॉम्प्लेक्स होंगे। यहां ट्रकों की पार्किंग,  ड्राइवर के आराम के लिए कमरे,  पेट्रोल पंप, हेलीपैड,  बैटरी से चलने वाले वाहनों की चार्जिंग की सुविधा,  ढाबे,  बड़े होटल,  मोटल,  बाजार और बच्चों की सुविधा की जगह होगी।

पूरे एक्सप्रेस-वे पर शाम ढलते ही सोलर लाइटें जल उठेंगी, यानी पूरा रास्ता सौर ऊर्जा से जगमग होता रहेगा। इस खूबसूरत खास रास्ते पर 7 जगह नेशनल हाइवे और स्टेट हाइवे का इंटरचेंज होगा। हरेक इंटरचेंज या फिर पुल और टोल प्लाजा के आसपास हरियाली और फव्वारों व रोशनी की सजावट की गई है।

केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे देश का पहला एक्सिस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे है। इसमें कहीं भी सर्विस लेन नहीं होगी। उन्‍होंने कहा कि यह न सिर्फ दिल्ली का जाम खत्म करेगा बल्कि किसानों के अच्छे दिन भी लाएगा। उन्‍होंने घोषणा की कि दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे को टेकओवर करके नेशनल हाइवे बनाया जाएगा। निर्माण कार्य भी छह माह में शुरू करा दिया जाएगा।

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