नई दिल्ली। मंगलवार, 29 सितंबर को केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने एक गरिमापूर्ण समारोह में राष्ट्रीय पाक्षिक पत्रिका ‘ओपिनियन पोस्ट’ का लोकार्पण किया।

नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में देश के पत्रकारिता, साहित्य, कला और राजनीति क्षेत्रों की जानी-मानी हस्तियों की मौजूदगी में मुख्य अतिथि श्री जेटली ने कहा कि पत्रकारिता के लिए यह सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण समय है। तकनीक के साथ मूल्यों और मानवीय सरोकारों को बचाने की जबरदस्त होड़ के इस युग में हमें समावेशी पत्रकारिता को हर मूल्य पर बचाना है।

पत्रिका का लोकार्पण करते अरुण जेटली और प्रदीप सिंह।
पत्रिका का लोकार्पण करते अरुण जेटली और प्रदीप सिंह।

समारोह का शुभारंभ श्री जेटली ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उनका स्वागत करते हुए पत्रिका के प्रधान संपादक श्री प्रदीप सिंह ने पत्रिकाओं की भीड़ में एक नई पत्रिका को निकालने के कारण बताए। इस पत्रिका को जमीन से जुड़े रिपोर्टरों की वापसी करार देते हुए उन्होंने गंभीर पत्रकारिता को पुनर्स्थापित करने का माध्यम बताया।

पत्रिका के संपादक श्री मृत्युंजय कुमार ने इसमें छपी एक थैलीसीमिया पीड़ित बच्ची की बंगाल से आई रिपोर्ट का हवाला दिया जो इलाज के लिए नाचती है। उन्होंने कहा ऐसी खबरें अखबारों और खबरिया चैनलों में प्राय: दब कर रह जाती हैं। इसीलिए ‘ओपिनियन पोस्ट’ पाठकों से रूबरू है।