अरुणाचल मे कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सरकार बनाने में सबसे रणनीतिकार और अरुणाचल कांग्रेस के अध्यक्ष पाडी रिचो से ओपिनियन पोस्ट की निशा शर्मा ने बातचीत की।

सवाल- पार्टी की हारी हुई बाजी कांग्रेस ने कैसे जीत ली?

जवाब- हम सभी कांग्रेस के अनुशासित सिपाही हैं। आज हमारे सभी सहयोगियों ने इस बात को साबित कर दिया। सोनिया जी, राहुल जी के नेतृत्व में हमारे सभी सहयोगियों ने अटूट आस्था दिखाई है। कांग्रेस विचारधारा की पार्टी है। जिसका यकीन आईडिया आॅफ इंडिया में है। अरुणाचल प्रदेश यूपीए के कार्यकाल में बड़ी तेजी से विकास के रास्ते पर अग्रसर था। केन्द्र की नई सरकार को हमे सहयोग करना चाहिए। लेकिन अनुभव कुछ विपरीत ही रहा। फिर भी हमारे कांग्रेस के सिपाहियों ने अरुणाचल की मजबूती के लिए जो एकजुटता दिखाई है वह अविस्मरणीय रहेगी।

सवाल- नए मुख्यमंत्री अरुणाचल के पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे हैं। इनका भी विरोध नवम तुकी से सुना जाता रहा है ऐसे में आपकी पार्टी आनेवाले दिनों मे गुटबाजी को कैसे खत्म करेगी?

हमारी पार्टी में अब कोई गुट नहीं है। कालिखो जी और नवाम जी दोनों नए नेतृत्व के साथ हैं। हमारी लड़ाई बीजेपी से है। इस लड़ाई में अब बीजेपी की नाक कट गई है।

सवाल- आगे आपकी क्या रणनीति है। कांग्रेस पार्टी को लेकर?

उतर- हम जल्द ही नार्थ इस्ट कांग्रेस कॉडिनेशन कमैटी को नए सिरे से मजबूत बनाने जा रहे हैं। जो नार्थ इस्ट के सभी आठों राज्यों की आगे की रणनीति तय करेगी। हम भाजपा और आरएसएस से जमकर मुकाबला करेंगे। बीजेपी को नेहरु-गांधी परिवार का महत्व समझना पड़ेगा विशेषकर अरुणाचल के सद्भं में। नेहरु जी ने अरुणाचल के लिए क्या किया यह बहुत कम लोगों को मालूम है। भारत के जनतांत्रिक मूल्य के नेहरु वाहक रहे हैं। बीजेपी उसी मूल्य से देश को मुक्त कराना चाहती है यह कैसे संभव है? भाजपा को येंन कैंन प्रकारेण सता हथियाने की नीति से बाज आना चाहिए।

सवाल- अरुणाचल में कांग्रेस केन्द्र में बीजेपी आगे कोई और टकराहट के हालात आप देखते हैं?

देखिए मैं समझता हूं प्रधानमंत्री किसी पार्टी का नहीं होता वो देश का होता है। हम उम्मीद करते हैं कि मोदी जी जनतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करेंगे। मोदी जी भारत के प्रधानमंत्री हैं और अरुणाचल भारत का हिस्सा। जाहिर है उन्हे अरुणाचल के विकास कार्यों पर अधिक ध्यान देना पड़ेगा। क्योंकि हमारी सीमा अंतरराष्ट्रीय बार्डर से मिलती है। हमारा राज्य सौ फीसदी जनजातीय राज्य है। हमें विशेष आर्थिक मदद की जरुरत है। हमें पूरी उम्मीद है बारत सरकार इस ओर जरुर ध्यान देगी।

सवाल- क्या आप मंत्रीमंडल में शामिल होंगे?

हम कांग्रेस के सिपाही हैं, हमे सिपाही बने रहना ही ज्यादा मंजूर है।