नाइजीरियाई वायु सेना की एक गलती सैकड़ों लोगों पर भारी पड़ गई। नाइजीरिया के कुख्यात आतंकी संगठन बोको हरम के खिलाफ कार्रवाई के दौरान वायु सेना के लड़ाकू विमान ने गलती से शरणार्थियों के कैंप पर बम गिरा दिया। इसके चलते 100 से ज्यादा निर्दोष मारे गए जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इस दुर्घटना में रेडक्रॉस के भी छह कार्यकर्ता मारे गए हैं।घायलों को हैलिकॉप्टर से हॉस्पिटल पहुंचाया जा रहा है।

नाइजीरियाई सेना के कमांडर मेजर जनरल लकी इराबोर ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि वायु सेना से यह चूक नाइजीरिया और कैमरून की सीमा पर रान कस्बे में हुई। यहां बोको हरम के आतंकियों के जुटने की सूचना पर लड़ाकू विमानों को कार्रवाई के लिए भेजा गया था।

नाइजीरिया के राष्ट्रपति मुहमदू बुहारी ने इस घटना पर खेद जताया है और पीड़ितों को सरकार की ओर से मदद देने का ऐलान किया है। हालांकि सरकार ने अभी तक मृतकों और घायलों का आंकड़ा जारी किया नहीं है।

दुर्घटना में घायल एक बच्चा
दुर्घटना में घायल एक बच्चा

युद्धग्रस्त इलाकों में चिकित्सा सुविधाएं देने वाले चर्चित संगठन डॉक्टर विदआउट बॉर्डर्स ने इस हमले की निंदा की है। इस अभियान से जुड़े निदेशक जीन क्लीमेंट कैबरॉल ने कहा है कि इस इलाके में सैन्य कार्रवाई के दौरान नागरिकों की सुरक्षा का ख्याल रखा जाना चाहिए। उन्होंने सभी पक्षों से गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए बाहर निकालने में मदद करने की अपील की है।

गौरतलब है कि नाइजीरियाई सेना ने इन दिनों देश के उत्तरी इलाके में बोको हरम के खिलाफ निर्णायक अभियान चला रखा है। बोको हरम नाइजीरिया को इस्लामिक देश बनाने के लिए आम नागरिकों को निशाना बना रहा है। पिछले सात साल में यह आतंकी संगठन 20 हजार लोगों को मौत के घाट उतार चुका है। उसके आतंक की वजह से नाइजीरिया के 26 लाख से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं और सुरक्षित जगहों पर शरणार्थी शिवरों में रह रहे हैं।

जिस इलाके में यह घटना हुई है वहां बोको हरम के आतंकियों पर होने वाली बमबारी में आम लोगों के घायल होने के आरोप सेना पर लगते रहे हैं लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब वायु सेना ने अपनी गलती मानी है। दुर्घटना वाली जगह पर 25 हजार से ज्यादा बेघर शरणार्थी शिविरों में रह रहे हैं।