रिलायंस इंडस्ट्रीज 2002 में (तब मुकेश और अनिल अंबानी में कंपनी बंटवारा नहीं हुआ था) जब पहली बार टेलीकॉम क्षेत्र में उतरी थी तो देश के मोबाइल बाजार में क्रांति आ गई थी। रिलायंस इन्फोकॉम ने पहले से बाजार में मौजूद टेलीकॉम खिलाड़ियों को कड़ी चुनौती देते हुए वॉयस कॉलिंग की दर सबसे कम रखी थी। इसी के बाद अन्य अॉपरेटरों ने महंगे कॉल रेट से जनता को निजात देने का सिलसिला शुरू किया था और इस बाजार में प्राइस वार छिड़ गया था जिसका फायदा अंततः ग्राहकों को हुआ। तब कंपनी का स्लोगन था ‘कर लो दुनिया मुट्ठी में’। रिलायंस इंडस्ट्रीज (अब यह मुकेश अंबानी के पास है) ने एक बार फिर घरेलू टेलीकॉम बाजार में नई क्रांति लाने का ऐलान कर दिया है। इस बार यह क्रांति मुफ्त वॉयस कॉलिंग और सस्ते डाटा को लेकर है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गुरुवार को कंपनी की सालाना आम बैठक में अपनी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो की लॉन्चिंग को लेकर जो घोषणा की है उससे यह साफ हो गया है कि देश में अब मुफ्त वॉयस कॉलिंग का नया दौर शुरू होने वाला है।
मुकेश अंबानी ने रिलायंस जियो की योजनाओं की घोषणा करते हुए कहा कि कंपनी देशभर में किसी भी नेटवर्क पर मुफ्त कॉल, मुफ्त रोमिंग और मुफ्त एसएमएस की सुविधा देगी। यह हमेशा के लिए होगा। साथ ही उन्होंने दावा किया कि कंपनी जिस दर पर डाटा देगी वह विश्व भर में सबसे कम होगी। मुकेश अंबानी ने कहा है कि हमारा नेटवर्क केवल डाटा के लिए ही बना है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा तेज व सुरक्षित है। कंपनी ने 50 रुपये प्रति जीबी की दर से डाटा की पेशकश की है। फिलहाल कंपनी 31 दिसंबर तक सभी सेवाएं मुफ्त में मुहैया करा रही है।
कंपनी की इन घोषणाओं से अब यह साफ हो गया है कि वॉयस कॉलिंग के लिए पैसे खर्च करने की बात बीते दिनों की हो जाएगी। दूसरे अॉपरेटरों पर भी इसका दबाव बनेगा और बाजार में नया प्राइस वार छिड़ेगा। यानी टेलीकॉम बाजार में अब सारा खेल डाटा को लेकर ही होगा। दुनिया के कई देशों में पहले से मुफ्त कॉलिंग की सुविधा टेलीकॉम कंपनियां मुहैया करा रही हैं। इसलिए भारत में भी ऐसा मुमकिन है। रिलायंस ने इसकी शुरुआत कर दी है।
मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो के लॉन्च होने के बाद भारत दुनिया में टॉप 10 में होगा। अंबानी ने जियो के ग्राहकों के लिए पांच सितंबर से 31 दिसंबर 2016 तक ‘मुफ्त वेलकम ऑफर’ की घोषणा की। सबसे छोटी संभावित अवधि में दस करोड़ ग्राहक बनाने का कंपनी ने लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि दुनिया में डिजिटल रिवॉल्यूशन की शुरुआत हो रही है। मोबाइल इंटरनेट मामले में भारत दुनिया में 155वें स्थान पर है। रिलायंस जियो के रोडमैप के बारे में उन्होंने कहा, “आज की तारीख में जियो नेटवर्क की पहुंच 18 हजार शहरों और 2 लाख से ज्यादा गावों तक है। मार्च 2017 तक इस नेटवर्क की पहुंच देश की 90 फीसदी आबादी तक हो जाएगी। इंटरनेट डाटा को किफायती बनाने की कंपनी कोशिश करती रहेगी।”
जियो में क्या है खास ः