कांग्रेस के निलंबित नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर विवादित बयान देकर पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। वो भी देश में नहीं बल्कि पड़ोसी देश पाकिस्तान में जाकर उन्होंने यह बयान दिया है जिससे हमारे रिश्ते इन दिनों तल्ख चल रहे हैं। उनके विवादित बयानों से कांग्रेस को बार-बार नुकसान उठाना पड़ रहा है। यही वजह है कि अब उन्हें पार्टी से निकालने की पुरजोर मांग होने लगी है।

एक तरफ कांग्रेस खुद को फिर से मजबूत करने में जुटी है दूसरी तरफ इस तरह के बयानों से विपक्ष को पार्टी को घेरने का बैठे बिठाए मौका मिल जा रहा है। ऐसे में लगता है कि इस बार अय्यर की कांग्रेस से बर्खास्तगी शायद मुमकिन है। अय्यर के बयान की सोशल मीडिया पर भी जमकर आलोचना हो रही है।

क्या कहा जिस पर मचा बवाल

कराची साहित्य महोत्सव में हिस्सा लेते हुए 76 वर्षीय अय्यर ने कहा कि पाकिस्तान बातचीत के जरिये सभी मुद्दों का समाधान चाहता है। वह अपनी इस नीति पर अडिग है, इसका उन्हें गर्व है लेकिन भारत सरकार इस नीति का पालन नहीं कर रही है, इसका उन्हें दुख है। इस कार्यक्रम में अय्यर ने दोनों देशों के बीच बंद पड़ी बातचीत को फिर से शुरू करने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि यह वक्त की मांग है। केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए अय्यर ने कहा कि पाकिस्तान तो इसके लिए तैयार है लेकिन भारत सरकार नहीं।

अय्यर ने आगे कहा कि मैं पाकिस्तान से मोहब्बत करता हूं, क्योंकि मैं भारत से प्यार करता हूं। भारत को अपने पड़ोसी देश से उस तरह प्यार करना चाहिए जैसे वह अपने आपसे करता है।’ अय्यर ने कहा कि कश्मीर और भारत में होने वाली आतंकवादी घटनाएं वे दो मुख्य समस्याएं हैं जिनसे सबसे पहले निपटा जाना चाहिए। मालूम हो कि अय्यर राजनीति में आने से पहले नौकरशाह थे और वे पाकिस्तान में भारत के महावाणिज्य दूत के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

सांसद ने की बर्खास्तगी की मांग

अय्यर के इस बयान के बाद कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य वी हनुमंथ राव  ने नाराजगी भरे लहजे में कहा कि मणिशंकर अय्यर को इस तरह के बयान देना बिलकुल बंद कर देना चाहिए। उनके विवादित बोलों की वजह से पहले ही पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया है लेकिन वो चुप होने का नाम नहीं ले रहे हैं। उनके विवादित बयानों की वजह से पहले भी बीजेपी काफी फायदा उठा चुकी है। अगर उन्हें पार्टी से नहीं निकाला गया तो वह दिन दूर नहीं जब पार्टी को भारी खामियाजा उठाना पड़ेगा। राव ने कहा कि वो जल्द ही पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को एक पत्र लिखने वाले हैं और उनसे गुजारिश करेंगे कि अगर वो चुप नहीं होते हैं तो उन्हें पार्टी से ही निकाल दिया जाए।

हनुमंत राव का मानना है कि गुजरात चुनाव में अय्यर के बयान से पार्टी को नुकसान हुआ था। इसके बाद उन्हें निलंबित किया गया लेकिन फिर भी वे नहीं सुधरे हैं। अब पाकिस्तान में उन्होंने उल्टा बयान दिया है। हनुमंत राव का कहना है कि अय्यर के इस बयान से कांग्रेस को कर्नाटक चुनाव में भी नुकसान हो सकता है।

पहले भी दिया विवादित बयान

इससे पहले अय्यर ने गुजरात चुनाव के दौरान मतदान से ऐन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीच कहा था जिसे भाजपा ने चुनाव में खूब भुनाया। उनके इस बयान से कांग्रेस को गुजरात में खासा नुकसान उठाना पड़ा। इसी तरह 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान अय्यर ने ही सबसे पहले भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को चायवाला कहा था जिसका भी भाजपा ने खूब फायदा उठाया। कुछ साल पहले अय्यर ने एक किताब के विमोचन मौके पर अपनी ही पार्टी को सर्कस की संज्ञा देते हुए कहा था कि कांग्रेस ऐसा सर्कस है जिसे समझने के लिए उसमें शामिल होना जरूरी है। उस मौके पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी मौजूद थे।