नई दिल्ली- साहित्य अकादमी पुरस्कार को लौटाने की फेहरिस्त में अब मलयालम की प्रसिद्ध लेखिका सारा जोसेफ का भी नाम जुड़ गया है। ‘सांप्रदायिक नीतियों’ के खिलाफ आवाल उठाते हुए मलयाली लेखिका और कार्यकर्ता ने साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटने का फैसला किया है। हालांकि उनसे पहले कई साहित्यकार पुरस्कार लौटा चुके हैं।

देश में बढ़ रहे सांप्रदायिक मुद्दों के खिलाफ प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केरल की किसी लेखिका ने कदम उठाया है। सारा से पहले जवाहर लाल नेहरू की भांजी और मशहूर लेखिका नयनतारा सहगल, ललित कला अकादमी के पूर्व अध्यक्ष अशोक वाजपेयी, हिंदी साहित्य के चर्चित कथाकार उदय प्रकाश ने प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी सम्मान लौटाया था। इनके अलावा उर्दू उपन्यासकार रहमान अब्बास ने भी अपना उर्दू साहित्य अकादमी अवॉर्ड लौटाने की घोषणा की है।