भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार अब लोगों के जीवन में खुशियां लाने का काम करेगी। इसके लिए बाकायदा एक मंत्रालय बनाया जाएगा जिसका नाम आनंद विभाग रखा जाएगा। शिवराज कैबिनेट ने शुक्रवार को प्रदेश में आनंद विभाग बनाने को मंजूरी दे दी है। देश में पहली बार इस तरह का विभाग किसी प्रदेश में बन रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के पहले आनंद मंत्री होंगे।
इस विभाग के तहत लोगों के जीवन में आनंद लाने के तरीकों पर काम किया जाएगा। विभाग में ज्ञान संसाधन केंद्र बनाया जाएगा, जो मंत्रालय की भूमिका, उसके आकार को तय करेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक में आनंद विभाग का गठन हुआ जिसकी स्थापना पर 3.80 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। विभाग पहले यह अनुसंधान करेगा कि किस तरह लोगों के जीवन में आनंद लाया जा सकता है। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद चौहान ने संवाददाताओं को बताया कि मंत्रिपरिषद ने प्रदेश में हैप्पीनेस विभाग के गठन का निर्णय लिया है।’ उन्होंने कहा, ‘रोटी, कपड़ा और मकान की बुनियादी जरूरतों के अलावा लोगों को जीवन में आनंदित रहने के लिये कुछ और चीजों की भी आवश्यकता होती है।’
उन्होंने बताया कि नये बनाये गये हैप्पीनेस विभाग में विशेषज्ञों को शामिल किया जायेगा। लोगों की जीवन में खुशियां लाने के लिये विशेषज्ञों से प्राप्त सुझावों पर अमल किया जायेगा। चौहान ने कहा कि विकास का मापदंड आमतौर पर आर्थिक विकास के तौर पर देखा जाता है लेकिन इससे जनता की खुशहाली नहीं नापी जा सकती है। प्रतिष्ठा, पद और पैसे के अलावा और भी बहुत कुछ होता है जो मानव को आनंदित रखने के लिये जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि यह अवधारणा भूटान में पहले से ही लागू है। वहां हैप्पीनेस इंडेक्स के जरिये लोगों की खुशी नापी जाती है।