आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास और संयोजक अरविंद केजरीवाल के बीच खटपट जारी है। राज्यसभा टिकट बंटवारे को लेकर जहां वरिष्ठ नेता व जाने-माने कवि कुमार विश्वास ने बगावती तेवर अख्तियार कर रखे हैं तो वहीं आम आदमी पार्टी उन्हें भाव देने के मूड में नहीं दिख रही। गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल किला मैदान में होने वाले कवि सम्मेलन के लिए इस बार हिंदी अकादमी ने कुमार विश्वास को न्यौता तक नहीं भेजा है। इससे पहले आप सरकार के कार्यकाल में हुए बीते 2 सम्मेलनों में कुमार विश्वास बतौर गेस्ट बुलाए गए थे।
दिल्ली सरकार के कला संस्कृति विभाग के तहत आने वाली हिंदी अकादमी राष्ट्रीय कवि सम्मेलन कर रही है, लेकिन इसमें आप के नाराज नेता और कवि कुमार विश्वास को आमंत्रित नही किए जाने को लेकर सूत्रों का कहना है कि कुमार इसे भी लेकर नाराज हैं। हालांकि इस संबंध में पूछे सवाल पर पार्टी नेता ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया।
हालांकि इस बारे में मंगलवार को कुमार विश्वास ने कहा कि यह उनके लिए कोई विशेष मुद्दा नहीं है। सरकार के कवि-सम्मेलनों में उनकी कोई रुचि नहीं रही है, लेकिन जब से दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, तब से अधिकारी और अकादमी सदस्यों ने उन्हें प्रेमपूर्वक कमोबेश हर कार्यक्रम में अतिथि रूप में बुलाया है। हिंदी अकादमी के अलावा उर्दू अकादमी, संस्कृत अकादमी, मैथिली-भोजपुरीव पंजाबी अकादमी ने भी उन्हें कार्यक्रमों में आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि इस बार परिस्थितिया ऐसी हैं कि सरकार की हिम्मत नहीं है कि उन्हें श्रोता के रूप में भी सहन कर सके।