नई दिल्ली । पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के बेहद करीबी रहे एम.एल. फोतेदार ने दावा किया है कि इंदिरा राहुल नहीं बल्कि प्रियंका गांधी को अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर देखती थी। फोतेदार ने यह खुलासा अपनी नई किताब में किया है। इसमें यह भी कहा गया है कि हत्या से कुछ समय पहले से ही इंदिरा गांधी को निकट भविष्य में अपने अंत का आभास हो गया था ।
एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक फोतेदार ने अपनी किताब में दावा किया है कि अक्टूबर 1984 में इंदिरा ने कश्मीर का दौरा किया था। वह एक हिंदू और एक मुस्लिम धार्मिक स्थल गई थीं। इंदिरा ने हिंदू मंदिर में कुछ ऐसा देखा कि उन्हें लगने लगा कि उनकी जिंदगी का अंत करीब है। इसके बाद ही बहुत सोच-विचार के बाद इंदिरा ने कहा था कि प्रियंका राजनीति में कामयाब हो सकती है और लंबे समय तक पावर में रह सकती है।
राजीव गांधी की हत्या के बाद सोनिया को एक लेटर लिख कर फोतेदार ने प्रियंका को लेकर इंदिरा की सोच के बारे में बताया था।
अपनी किताब ‘चिनार लीव्स’ (चिनार की पत्तियां) में फोतेदार ने कई खुलासे किए हैं। ऐसे ही एक खुलासे में उन्होंने दावा किया है कि 1990 में जब वी.पी. सिंह सरकार का गिर गई तो तत्कालीन राष्ट्रपति आर.वेंकटरमन ने राजीव गांधी का पीएम के तौर पर विरोध किया वो प्रणब मुखर्जी के पक्ष में थे। पोतेदार के मुताबिक राजीव प्रणब के प्रचंड विरोध से हैरान थे।