नई दिल्ली। भारत के छह दिन के दौरे पर आए नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शनिवार को मुलाकात के बाद कहा कि भारत से गलतफहमियां दूर हो गई हैं। इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच नौ समझौतों पर दस्तखत हुए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट कर बताया, “भारत और नेपाल ने साझेदारी और विकास के लिए नौ समझौतों पर हस्ताक्षर किए।”

भारत और नेपाल ने मिलकर अतिवाद और आतंकवाद का सामना करने का निर्णय लिया है। नेपाल ने ये भी वादा किया है कि वह अपनी धरती का इस्तेमाल आतंकवादियों को नहीं करने देगा। यह जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाली पीएम केपी ओली से मुलाकात के बाद हैदराबाद हाउस में पत्रकारों को दी।

नेपाल के साथ नौ समझौते

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, ‘गहरे संबंधों पर विचार विमर्श हो रहा है। मोदी और ओली ने प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता का नेतृत्व किया।’ उन्होंने बताया कि भारत और नेपाल के साथ नौ समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। भारत अगले दो वर्षों में नेपाल को 80 मेगावाट बिजली देगा। इसके अलावा आने वाले वर्षों में 600 मेगावाट बिजली देने का भी वादा किया। इसके अलावा इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट, तराई क्षेत्रों में सड़क निर्माण, ट्रेड इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे कई अहम समझौते हुए। नेपाल में भूकंप से आई तबाही के बाद दोबारा पड़ोसी मुल्क को खड़ा करने के लिए भारत ने 1000 मिलियन डॉलर अमेरिकी मुद्रा देने की भी घोषणा की।

प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता के बाद नरेंद्र मोदी और केपी शर्मा ओली ने मीडिया को संबोधित किया। नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत-नेपाल मैत्री के इतिहास में आज एक महत्वपूर्ण दिन है। पूरा विश्व इस बात को लेकर सहमत है कि पिछले कुछ वर्षों में नेपाल ने लोकतंत्र की दिशा में मजबूती से कदम बढ़ाए हैं। पिछले वर्ष नेपाल को भीषण भूकंप का सामना करना पड़ा। इससे तबाही नेपाल में हुई लेकिन तकलीफ भारत को भी हुई। उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक प्रगति नेपाल की संपन्नता का सहज मार्ग बन सकती है। यह बात भी स्पष्ट है कि नेपाल की स्थिरता से भारत की सुरक्षा जुड़ी हुई है। नेपाल में शांति, स्थिरता, समृद्धि हमारा साझा लक्ष्य है।

वहीं नेपाल के पीएम ओली ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से जो गलतफहमियां बन रही थीं, वह अब खत्म हो गई हैं। उनके साथ उनकी पत्नी राधिका शाक्य, उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री कमल थापा, वित्त मंत्री विष्णु पौडयाल, ऊर्जा मंत्री तोप बहादुर रायमजी और गृह मंत्री शक्ति बसनेट सहित अन्य भी आए हैं।