गर्मी की मार झेल रहे लोगे के लिए राहत की खबर है। मौसम विभाग के मुताबिक देश में मानसून ने दस्तक दे दी है। केरल में मानसून की पहली बारिश हुई है। हालांकि मौसम विभाग ने यहां 9 जून तक मानसून आने का अनुमान लगाया था। केरल के साथ-साथ लक्षद्वीप में भी मानसून आ गया है।

मंगलवार को मौसम विभाग ने कहा था कि केरल में दक्षिण पश्चिमी मानसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। केरल के कुछ हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से अच्छी बारिश हो रही है। इस दक्षिण पश्चिम मानसून के कुछ ही दिनों अन्य भागों में भी पहुंचने की उम्मीद है।

मानसून के साथ हो रही भारी बारिश से इडुक्की जिले में हुए भूस्खलन से एक 36 साल के व्यक्ति की जान चली गई। मंगलवार रात से राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है. लोगों को रात में बारिश के दौरान पहाड़ी सड़कों पर यात्रा से बचने की सलाह दी जा रही है।

मौसम विभाग के निदेशक बी. पी. यादव ने कहा कि ज्यादा गर्मी नहीं पड़ रही है. जून के महीने में इतनी गर्मी तो सामान्य है। जून में तापमान 40 के करीब हमेशा रहता है। उन्होंने कहा कि अगले 4 दिन में मानसून कर्नाटक पहुंच जाएगा, फिर आंध्र, महाराष्ट्र होता हुआ आगे बढ़ेगा। खुशखबरी ये है कि उत्तर भारत और पूर्वी भारत में मानसून सामान्य से भी ज्यादा अच्छा रहेगा। इस बार अच्छी बारिश देखने को मिलेगी।

दक्षिणी पश्चिमी मानसून सामान्यत केरल में 1 जून के आसपास सक्रिय होता है। यह तरंगों में पूर्वोत्तर की ओर आगे बढ़ता है और 15 जुलाई के आसपास पूरे देश में फैल जाता है। पिछले साल मौसम विभाग ने 30 मई को इसकी शुरुआत की भविष्यवाणी की थी, लेकिन असल में मानसून 5 जून को सक्रिय हुआ था। इसी तरह इस साल भी मौसम विज्ञान ने कहा था कि मानसून 7 जून को केरल तट पर दस्तक देगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मानसून ने आठ जून को दस्तक दी।

इस बार मानसून तीन दिन की देरी से आया है। मानसून में देरी के लिए किसी एक वजह को जिम्मेदार नहीं माना जा सकता है। वायुमंडल में काफी जटिल प्रक्रिया होती है जिसकी वजह से मानसून के नियत समय में देरी होती है।