झारखंड में रामनवमी जुलूस के दौरान सांप्रदायिक तनाव, आगज़नी और दो गुटों में हिंसक झड़पों के बाद बोकारो में कर्फ्यू लगा दिया गया है। झारखंड में भड़की हिंसा के बाद हई गाड़ियों में तोड़फोड़ । चतरा में भी माहौल बिगाड़ने की कोशिश को पुलिस क़ाबू में करने में जुटी है। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है। साथ ही जिला प्रशासन की ओर से उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का फरमान जारी किया गया है। साथ ही आरएएफ के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है।

दरअसल,, रामनवमी जुलूस के दौरान दो समुदायों में जमकर हिंसक झड़प हुई। गुस्साई भीड़ ने कई गाड़ियों में आग लगा दी. बोकारो के माराफारी थाना क्षेत्र के सिवनडीह में दोनों समुदायों के बीच हुई पत्थरबाजी में 30 से अधिक लोग घायल हो गए। जबकि हजारीबाग में ऐसे ही उपद्रव में एक की मौत हो गई। बोकारो में उपद्रवियों को शांत कराने के दौरान डीसी राय महिमापत रे भी जख्मी हो गए। मुख्यालय डीएसपी सुनील कुमार के साथ उपद्रवियों ने हाथापाई भी की। उपद्रवियों ने तीन छोटे ट्रक और एक बोलेरो को आग के हवाले कर दिया।

चार जगह कर्फ्यू

तनाव को देखते हुए रात में ही बोकारो के चार थाना क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया। बोकारो के उपायुक्त राय महिमापत ने बताया कि शहर के सेक्टर-12, माराफारी, बालीडीह और बोकारो स्टील सिटी थाना क्षेत्र में कर्फ़्यू लगाया गया है। पूरे इलाक़े में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

झारखंड में भड़की हिंसा के बाद लगाई गई आग

वहीं बोकारो के एसपी ने बताया कि दर्जन भर लोगों को हिरासत में लिया गया है और गश्त तेज़ कर दी गई है । पुलिस के मुताबिक़ विवाद रामनवमी जुलूस के रास्ते को लेकर हुआ। गुस्साई भीड़ ने कई गाड़ियों में आग लगा दी।

क्यों हुआ हदसा

बताया जा रहा है कि विवाद रामनवमी जुलूस के रास्ते को लेकर हुआ था। बोकारो के रीतुडीह, बांसगोड़ा, लकड़ीगोला, बारी कोआपरेटिव कॉलोनी का जुलूस शाम 5 बजे मिलकर रेलवे फाटक के जुलूस के साथ मिलने जा रही थी। इसी दौरान कुछ लोगों ने सिवनडीह के कर्बला मैदान के पास इन्हें रोक दिया। इसके बाद ही वहां स्थिति बिगड़ गई। एक पक्ष जुलूस आगे ले जाने पर अड़ा था तो दूसरा इसे ले जाने से मना कर रहा था। इसी बीच किसी ने भीड़ पर पत्थर फेंक दिया और देखते ही देखते दोनों तरफ से पत्थरबाजी होने लगी और पूरे इलाके में तनाव फैल गया।