महेसाणा/अहमदाबाद। रविवार को हुई हिंसा के बाद सोमवार को पटेल समुदाय ने गुजरात बंद बुलाया है, जिसका राज्य में मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है। आंदोलन की वजह से भड़की हिंसा के बाद लगाया गया कर्फ्यू सोमवार सुबह 6 बजे के बाद हटा लिया गया। हालांकि एहतियात के तौर पर सूरत और मेहसाणा में अब भी धारा 144 लगाई गई थी लेकिन बाद में इसे भी हटा लिया गया। दरअसल ,, पटेल समुदाय आरक्षण और जेल में बंद अपने समुदाय के नेताओं की तत्काल रिहाई की मांग कर रहा है । पाटीदार आरक्षण आंदोलन की वजह से रविवार को हिंसा भड़क गई। जिसके बाद गुजरात के कई शहरों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है।
वहीं, अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, बनासकांठा, साबरकांठा आदि शहरों में मोबाइल व इंटरनेट सेवा आज बंद कर दी गयी है। राज्य में बल्क एसएमएस भेजने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। हालात की गंभीरता के मद्देनजर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सीएम से फोन पर बातचीत कर हालात की जानकारी ली। गृहमंत्री ने शांति बनाए रखने के लिए जरूरी मदद का भरोसा भी दिलाया।
As we all know it, Gujarat Government has formed committee of 7 Ministers which is making persistent efforts to resolve the issue amicably.
— Anandiben Patel (@anandibenpatel) April 17, 2016
राज्य की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। सीएम आनंदीबेन पटेल ने ट्वीट करके लोगों से अपील की । उन्होंने कहा कि हिंसा किसी मामले का समाधान नहीं है।
My sincere appeal to everyone is to cooperate with the State Government & help maintain peace of our beloved Gujarat.
— Anandiben Patel (@anandibenpatel) April 17, 2016
हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारी
पाटीदारों ने हार्दिक के समर्थन में जेल भरो आंदोलन शुरू किया। आंदोलन के दौरान हिंसा की घटनाओं के बाद पुलिस ने पाटीदारों पर लाठीचार्ज भी किया। इसके बाद आंदोलन कर रहे 435 पाटीदारों को हिरासत में ले लिया गया।
जेल में बंद है हार्दिक पटेल
हार्दिक फिलहाल देशद्रोह के मामले में सूरत जेल में बंद हैं। बीते साल हार्दिक ने अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत पाटीदारों को आरक्षण देने की मांग उठाई थी, जिसमें लाखों लोगों ने उसका समर्थन किया था।
सूरत में 435 हिरासत में
सूरत में पुलिस ने 435 पटेल आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया था। ये प्रदर्शनकारी महेसाणा की घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद सड़क पर उतरे थे। सूरत के पुलिस आयुक्त आशीष भाटिया ने कहा कि हालात नियंत्रण में है।
रविवार को क्या हुआ था?
कल महेसाणा में रैली ने हिंसक रूप ले लिया था. प्रदर्शनकारियों ने दो भवनों में आग लगा दी और कुछ पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त किया था। इसके बाद महेसाणा शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया और इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया गया । अहमदाबाद से 73 किलोमीटर दूर महेसाणा के जिलाधिकारी लोचन सेहरा ने कहा था, ‘‘हमने महेसाणा शहर में कल सुबह तक कर्फ्यू लगाया है। मोबाइल इंटरनेट सेवा को इस अवधि के दौरान निलंबित किया गया है। हिंसक भीड़ ने दो सरकारी संपत्तियों में आग लगा दी-एक उप संभागीय मजिस्ट्रेट और मामलातदार :राजस्व अधिकारी: पथराव की घटना में घायल हुए हैं’ पुलिस ने बताया कि भारतीय खाद्य निगम की एक गोदाम और एक जिला कार्यालय को आग के हवाले कर दिया गया । इस सिलसिले में 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है।