पटना। विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह फिर एक बार अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने कहा कि देश में हर संप्रदाय और धर्म के लिए दो बच्चे की नीति लागू की जानी चाहिए। इससे बेटियां सुरक्षित रहेंगी। साथ ही उन्होंने यह भी वकालत की कि जिनके दो से ज्यादा बच्चे हों उन्हें चुनाव में वोटिंग के अधिकार से वंचित कर दिया जाए।

बिहार के बगहा में आयोजित एक सांस्कृतिक यात्रा में बुधवार को उन्होंने कहा कि देश के हर क्षेत्र में हिन्दुओं की संख्या तेजी से गिरी है। इसे रोकने के लिए नए कानून बनाने की जरूरत है। गिरिराज ने संतों से हिन्दु धर्म की रक्षा के लिए आगे आने का आह्वान भी किया।

गिरिराज ने कहा, भारत अगर जनसंख्या पर कोई सख्त नीति नहीं बनाता है तो देश की हालत पाकिस्तान जैसी हो जाएगी। देश में सभी धर्मों के लिए दो बच्चों की नीति लागू कर दिया जाना चाहिए ताकि देश की बेटियां भी सुरक्षित रह सकें। उन्होंने कहा कि अगर देश को विकसित देश की श्रेणी में लाना है तो हमें जनसंख्या नियंत्रण पर अनिवार्य तौर पर काम करना होगा।

उन्होंने बिहार के किशनगंज और अररिया जिले का जिक्र करते हुए कहा कि इन जगहों पर मुस्लिमों की आबादी हिन्दुओं की तुलना में तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि जंबूद्वीप और आर्यावर्त तो पहले ही खो चुके हैं। अगर अब जनसंख्या नीति पर काम नहीं किया गया तो भारतवर्ष को भी खो देंगे।

कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका हमेशा प्रयास रहता है कि धर्म के आधार पर देश को बांटा जाए। आरएसएस भी इस तरह की मांग उठा चुका है कि हिन्दुस्तान में आबादी का असंतुलन हो रहा है। उस असंतुलन को दूर करने के लिए सरकार को प्रयास करना चाहिए। ये बेतुके बयान हैं, इसका कोई महत्व नहीं है।

बयान पर दी सफाई
इस बयान के सुर्खियों में आने के बाद गिरिराज सिंह ने सफाई दी कि भारत में हिन्दुओं की गिरती हुआ जनसंख्या चिंता का विषय है। देश में जनसंख्या नियंत्रण के लिए एक कानून बनाना चाहिए। हर धर्म के लोगों पर यह लागू होना चाहिए। देश के विकास और सामाजिक संतुलन के लिए यह जरूरी है।